सुपौल। सदर अस्पताल परिसर स्थित रेडक्रॉस सभागार में युवा कवयित्री दीपिका चंद्रा की कविता संग्रह 'चौकठिसँ चान दिस' का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन साहित्यकार डॉ महेन्द्र, अरविन्द ठाकुर, नगर परिषद अध्यक्ष राघवेन्द्र झा राघव, रामकुमार सिंह, सर्वेश झा, श्यामल किशोर पाठक और इण्डियन रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन डॉ कन्हैया सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
दीपिका चंद्रा ने स्वागत सम्बोधन में साहित्य और मातृभाषा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज को सकारात्मक दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कार्यक्रम में डॉ धर्मव्रत चौधरी, कवि कुमार विक्रमादित्य, आशीष चमन ने दीपिका चंद्रा की पहली पुस्तक पर चर्चा की। अरविन्द ठाकुर, सर्वेश झा, श्यामल किशोर पाठक, रामकुमार सिंह, तरूण झा, सुमित सुमन, सूरज सिंह नालवा, संजय कुमार, केशव भारद्वाज आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
नगर परिषद अध्यक्ष राघवेन्द्र झा राघव ने कवयित्री को मैथिली में सृजनयात्रा हेतु बधाई देते हुए सुपौल में मैथिली के संवर्द्धन के लिए सहयोग करने की वचनवद्धता जाहिर की। रेडक्रॉस के चेयरमैन डॉ कन्हैया सिंह ने मैथिली साहित्य के सुलभता और अध्ययन हेतु शहर में मैथिली पुस्तकालय की स्थापना की आवश्यकता जतायी।
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