सुपौल। प्रखंड स्तरीय टीएलएम 2.0 मेला का सफल आयोजन गुरुवार को बीआरसी कार्यालय प्रतापगंज परिसर में किया गया। इस मेले में 30 स्कूलों के शिक्षकों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न विषयों की लर्निंग सामग्री प्रस्तुत की। मेले का उद्घाटन डाइट सुपौल के वाइस प्रिंसिपल डॉ. सुमित कुमार, प्रो. डॉ. सुबोध कुमार, जिला साधनसेवी नंदलाल पासवान और बीआरसी व्यवस्थापक नीतीश कुमार ने फीता काटकर किया।
उद्घाटन समारोह में डॉ. सुमित कुमार ने कहा कि टीचिंग लर्निंग मटेरियल (TLM) के माध्यम से शिक्षकों को छात्रों के लिए सरल और प्रभावी शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इससे बच्चे खेलकूद, विज्ञान प्रदर्शनी और अन्य गतिविधियों के माध्यम से विषयों को आसानी से और व्यावहारिक रूप से समझ पाते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के समग्र ज्ञान से हीं छात्र अपने भविष्य को संवारते हैं।
टीएलएम मेले में विभिन्न विषयों पर आधारित स्टालों में लगे मॉडलों और शिक्षण सामग्रियों का जिला मूल्यांकन टीम के सदस्यों ने बारीकी से अवलोकन किया। शिक्षकों के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए मूल्यांकन टीम को गंभीरता से अंक देने पड़े।
टीएलएम मेले में सर्वश्रेष्ठ शिक्षण सामग्रियों के प्रदर्शन के आधार पर पांच स्कूलों का चयन किया गया, जो जिला स्तरीय टीएलएम मेले में भाग लेंगे। चयनित स्कूलों और उनके प्रस्तुत मॉडलों में अंशु प्रभा-मिडिल स्कूल इटवा (हिंदी): श्वसन, पंपन और उत्सर्जन तंत्र, रीचा कुमारी-प्लस-टू पब्लिक हाई स्कूल प्रतापगंज सौर मंडल, अनिल कुमार विश्वास- एसभीके प्लस-टू हाई स्कूल श्वसन तंत्र, शिवनंदन कुमार भारती- प्राथमिक स्कूल झंगडाही- धूम्रपान निषेध, मिथुन कुमार - मिडिल स्कूल मछहा, दांत मॉडल शामिल है.
बीआरसी व्यवस्थापक नीतीश कुमार ने बताया कि इन चयनित स्कूलों को अब जिला स्तरीय टीएलएम मेले में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इस आयोजन से शिक्षकों को नए शिक्षण तकनीकों को अपनाने और छात्रों को प्रभावी ढंग से पढ़ाने की प्रेरणा मिली। इस तरह के कार्यक्रमों से शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी एवं रोचक बनाया जा सकता है।
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