सुपौल। त्रिवेणीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित टीपीसी भवन में पटना मुख्यालय से आई एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम ने आपदा से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में प्रखंड एवं अंचल कर्मियों के साथ ग्रामीणों को हर्ट अटैक, सड़क दुर्घटना, सर्पदंश, बाढ़ और भूकंप जैसी आपदाओं से बचाव के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई।
एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन की टीम ने सब-इंस्पेक्टर मंजीत चहल के नेतृत्व में मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों और बचाव उपायों को व्यावहारिक रूप से प्रदर्शित किया। टीम ने बताया कि बाढ़ जैसी आपदाओं के दौरान स्थानीय संसाधनों से रक्षक जैकेट बनाने, दूषित जल को फिल्टर करने, मच्छरों से बचाव, सांप काटने पर प्राथमिक उपचार और भूकंप या भूस्खलन के दौरान घायल व्यक्तियों के अस्पताल पहुंचाने के तरीके बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
टीम ने आपदा और सड़क दुर्घटनाओं के दौरान दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार, ड्रेसिंग, बैंडेज, खून का बहाव रोकने, फ्रैक्चर को स्थायित्व देने, जीवनरक्षक सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) और घरेलू सामान से स्ट्रेचर बनाने के तरीकों को विस्तार से समझाया।
इसके अलावा, डूबे हुए व्यक्ति को बचाने, आकाशीय बिजली से बचने और घायलों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने के उपायों पर भी चर्चा की गई। इस जागरूकता अभियान में एनडीआरएफ सब-इंस्पेक्टर विनय कुमार, रेस्क्यूवर त्रिलोक, रमेश, अमित, हरिमोहन और महिला रेस्क्यूवर पूर्णिमा व गायत्री शामिल रहे। कार्यक्रम में अंचलाधिकारी प्रियंका सिंह, अंचल नाजिर सह प्रधान लिपिक शिवनारायण राम सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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