सुपौल। जिलाधिकारी कौशल कुमार गुरुवार को छातापुर पहुंचे और रामपुर में स्थापित निजी प्लास्टिक संस्करण इकाई का निरीक्षण किया। डीएम ने इकाई में तैयार किए गए प्लास्टिक दाने को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे प्रखंड के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। निरीक्षण के दौरान डीडीसी सुधीर कुमार, त्रिवेणीगंज एसडीएम शंभूनाथ, एलएसबीए डीसी सोनम कुमारी, जल निस्सरण विभाग के अभियंता और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
डीएम ने बताया कि पंचायत स्तर पर निकलने वाले प्लास्टिक कचरे को आय के स्रोत में बदलने के लिए प्लास्टिक संस्करण इकाई स्थापित की गई है। इस इकाई में प्लास्टिक कचरे को गलाकर दाना तैयार किया जाएगा, जिसे बड़े बाजारों में बेचा जाएगा। इस योजना के तहत संचालक को 50 लाख रुपये का ऋण मुहैया कराया गया है। डीएम ने जानकारी दी कि पंचायत स्तर पर एकत्र किए गए प्लास्टिक कचरे को पहले साफ किया जाएगा, फिर उसकी प्रोसेसिंग कर प्लास्टिक संस्करण इकाई में भेजा जाएगा, जहां उसे गलाकर तैयार किया जाएगा।
इकाई के संचालक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस प्लांट की कुल लागत करीब सवा करोड़ रुपये आई है, जिसमें सरकार की ओर से 50 लाख रुपये का ऋण मिला है। उन्होंने कहा कि कोशी और पूर्णिया प्रमंडल में इस तरह की यह पहली इकाई है। फिलहाल, ट्रायल के तौर पर प्लास्टिक दाने का उत्पादन कर डीएम को दिखाया गया है। दिल्ली की टीम द्वारा जांच के बाद डीएम से अनुमति मिलने पर इकाई का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।
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