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हिंदू-मुस्लिम एकता सम्मेलन में साम्प्रदायिक सौहार्द का दिया संदेश


सुपौल। सदर प्रखंड के चौघारा गांव में हिंदू-मुस्लिम एकता सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें समाज में भाईचारा और सद्भाव को मजबूत करने पर जोर दिया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान के उपरांत पिपरा विधायक रामबिलास कामत, प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार, सरपंच मो. मुस्तकीम, भगवान दत्त यादव, धर्मपाल कुमार, धर्मेंद्र कुमार द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया। लोरिक विचार मंच के द्वारा अतिथियों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय कार्यकर्ताओं को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता इंजीनियर मो. जहीर और संचालन लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार ने किया। इस दौरान विधायक रामबिलास कामत ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को मजबूत करना आज के समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इंसान से तो अच्छे पक्षी हैं, जो कभी मंदिर तो कभी मस्जिद पर जाकर बैठते हैं और उनमें कोई भेदभाव नहीं होता।

प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार ने कहा कि भारत विभिन्न धर्मों का संगम है और इसकी शक्ति आपसी एकता में ही है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म से ज्ञान, मुस्लिम धर्म से शक्ति, ईसाई धर्म से प्रेम, बौद्ध धर्म से शांति, जैन धर्म से अहिंसा और सिख धर्म से आनंद और पवित्रता को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि सांप्रदायिकता भारत के मूल स्वभाव में नहीं है और यह देश हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मजबूत बुनियाद पर खड़ा है।

मौलाना तनवीर खान और लाउड पंचायत के सरपंच मो. मुस्तकीम ने अपने संबोधन में कहा कि हर धर्म आपसी सद्भाव और एकता का प्रतीक है। सभी धर्म एक बेहतर जीवन जीने की सीख देते हैं।

कार्यक्रम में आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक मो. रफीक, सचिव अब्दुल जलील, संयोजक मो. गुलजार, सरपंच छोटेलाल मंडल, भगवान दत्त यादव, सुधीर यादव, शंभू यादव, छोटू कुमार, गणेश यादव, मो. युनूस, मो. वाजीद, मो. निरोज, मुकेश यादव, शिकेंद्र यादव, मो. गुड्डू, मो. सदरैल, मो. जियाउल, मो. अब्बास, सुरेश सादा, रविंद्र शर्मा, मो. नूरूल हसन, मो. इदरीस, मो. साबीर, मो. अलाउद्दीन, रज्जाक साफी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

इस सम्मेलन के जरिए समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया, ताकि सभी धर्मों के लोग आपसी प्रेम और एकता के साथ मिलकर समाज और राष्ट्र की उन्नति में योगदान दे सकें।

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