सुपौल। बसंतपुर प्रखंड क्षेत्र के छह चयनित पंचायत सातनपट्टी, रतनपुर, भगवानपुर, संस्कृत निर्मली, बसंतपुर एवं बनेलीपट्टी में गुरुवार को किसानों के लिए कृषि प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण दो चरणों में आयोजित हुआ, जिसमें कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों की तीन टीमों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में कृषि विज्ञान केंद्र राघोपुर से आए वैज्ञानिक मिथिलेश कुमार राय, डॉ. नित्यानंद, त्रिवेणीगंज अनुमंडल कृषि पदाधिकारी तथा उनकी टीम ने किसानों को खेती के दौरान आने वाली समस्याओं के निदान, उन्नत तकनीक और जैविक खेती के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर बसंतपुर प्रखंड कृषि समन्वयक धर्मेन्द्र कुमार एवं संबंधित पंचायतों के पंचायत सलाहकार भी उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को बताया गया कि अत्यधिक रासायनिक खाद का उपयोग न केवल मिट्टी की उर्वरता को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आर्थिक नुकसान भी बढ़ाता है। किसानों को औसत मात्रा में खाद का प्रयोग करने, जैविक खाद अपनाने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यशाला के दौरान किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की जानकारी दी गई। धैचा बीज का वितरण शुरू कर दिया गया है और धान के बीज का वितरण जल्द शुरू होगा। किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे रजिस्ट्रेशन कार्ड के साथ बीज प्राप्त करें।
प्रखंड कृषि विभाग द्वारा शुक्रवार, 30 मई को बसंतपुर ई-किसान भवन में खरीफ महोत्सव सह कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सभी किसानों को भाग लेने का आग्रह किया गया है, जहां तकनीकी प्रशिक्षण और नई योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
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