सुपौल। समाहरणालय परिसर स्थित लहटन चौधरी सभागार में मंगलवार को जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता सांसद दिलेश्वर कामैत ने की, जबकि पिपरा विधायक रामविलास कामत विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
बैठक में जिलाधिकारी कौशल कुमार, पुलिस अधीक्षक शैशव यादव, उप विकास आयुक्त सारा अशरफ, अपर समाहर्त्ता राशिद कलीम अंसारी, जिला परिवहन पदाधिकारी शशि शेखर, सिविल सर्जन, यातायात डीएसपी सहित समिति के सदस्य और संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।
बैठक के दौरान जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, यातायात नियमों के कड़ाई से पालन, स्कूल-कॉलेज स्तर पर जनजागरूकता अभियान और दुर्घटना संभावित स्थलों पर सुधारात्मक कदमों जैसे अहम विषयों पर गहन चर्चा हुई।
सांसद श्री कामैत ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकारी एजेंसियों की नहीं, समाज के प्रत्येक नागरिक की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि दुर्घटना ग्रस्त स्थलों पर प्राथमिकता के आधार पर चेतावनी बोर्ड, स्ट्रीट लाइट, ब्रेकर और ट्रैफिक संकेतक लगाए जाएं। विधायक रामविलास कामत ने सुझाव दिया कि स्कूली छात्रों और युवाओं को प्रारंभिक स्तर से ही यातायात नियमों की शिक्षा दी जानी चाहिए, ताकि वे भविष्य में एक ज़िम्मेदार चालक बन सकें।
बैठक में यह भी तय किया गया कि जिला परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के समन्वय से हेलमेट, सीट बेल्ट और ओवरलोडिंग के विरुद्ध नियमित जांच अभियान चलाया जाएगा। अधिकारियों ने आमजन में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विशेष सप्ताह मनाने और मीडिया के सहयोग से प्रचार-प्रसार करने का भी प्रस्ताव रखा।
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