सुपौल। त्रिवेणीगंज प्रखंड के कुमियाही हाट में शनिवार को गैरमजरूआ खास बकास ज़मीन के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण जन-परिचर्चा का आयोजन किया गया। यह आयोजन 'द सोशलिस्ट' संस्था और रेखा पॉलीक्लिनिक के संयुक्त तत्वावधान में हुआ, जिसकी अध्यक्षता डॉ. अमित चौधरी ने की।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बक्सर से राजद सांसद सुधाकर सिंह शामिल हुए, जबकि वामपंथी नेता कॉमरेड जयनारायण यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सभा में बड़ी संख्या में ग्रामीणों एवं सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
सभा को संबोधित करते हुए सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि देश की वर्तमान केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर किसानों की जमीनें कॉरपोरेट घरानों को सौंपने का षड्यंत्र रच रही हैं। उन्होंने कहा, "खेती करना आज बेहद कठिन हो गया है। खाद की कीमतें बढ़ रही हैं लेकिन उसकी उपलब्धता घटती जा रही है।" उन्होंने भरोसा दिलाया कि कोसी क्षेत्र के किसानों की आवाज को वे संसद में मजबूती से उठाएंगे।
मुख्य अतिथि कॉमरेड जयनारायण यादव ने कहा कि बिहार सहित सुपौल जिले में गैरमजरूआ जमीन की खरीद-बिक्री पर लगी रोक किसानों के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि झारखंड की तर्ज पर यह रोक नहीं हटाई गई, तो बिहार में बड़ा जनआंदोलन खड़ा होगा।
कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुपम ने भी सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि "यदि हमें अपनी ज़मीनें बचानी हैं तो इस निकम्मी और थकी हुई सरकार को बदलना होगा।" उन्होंने कोसी क्षेत्र को "सस्ता मजदूर क्षेत्र" कहे जाने पर नाराज़गी जताई और राज्य में उद्योगों के अभाव को लेकर सरकार को घेरा।
सभा में राजद नेता दुर्गी सरदार, प्रवेश प्रवीण, अभिषेक कुमार, भाई नितीश, पूर्व मुखिया विनंदेश्वरी यादव, डॉ. बी.एन. पासवान, हरिओम यादव, संजय रंजन, लाल यादव, शुभम प्रियदर्शी, अभिषेक सरकार, अखिलेश आनंद सहित कई जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन पर 'द सोशलिस्ट' की ओर से शुभम प्रियदर्शी को कार्यकारी जिला अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया। जनसभा में उठे स्वर ने यह स्पष्ट कर दिया कि गैरमजरूआ ज़मीन के मुद्दे पर जनआंदोलन की चिंगारी अब सुलग चुकी है।
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