सुपौल। बिहार विधानसभा आम चुनाव 2025 के सफल, निष्पक्ष एवं पारदर्शी संचालन की दिशा में आज सुपौल जिले में निर्वाचन आयोग द्वारा अनुमोदित सॉफ्टवेयर के माध्यम से मतदान कर्मी दलों का द्वितीय रेंडमाइजेशन (Second Randomization) संपन्न हुआ।
यह रेंडमाइजेशन जिले की सभी पाँच विधानसभा क्षेत्रों निर्मली, पिपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज तथा छातापुर के लिए किया गया। इस प्रक्रिया में निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त सभी पर्यवेक्षक (Observers) की उपस्थिति सुनिश्चित की गई, जिन्होंने संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी की।
द्वितीय रेंडमाइजेशन की यह प्रक्रिया जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन अधिकारी, सुपौल की उपस्थिति में संपन्न हुई। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, वरीय नोडल पदाधिकारी (कार्मिक कोषांग), सभी रिटर्निंग ऑफिसर एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी, कोषांग प्रभारीगण तथा संबंधित तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य में तैनात प्रत्येक मतदान कर्मी दल का चयन पूरी तरह कंप्यूटर आधारित सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने बताया कि प्रथम रेंडमाइजेशन के पश्चात द्वितीय रेंडमाइजेशन में प्रत्येक मतदान कर्मी दल को संबंधित विधानसभा के अंतर्गत स्थित मतदान केंद्रों के लिए आवंटित किया गया है।इससे पार्टी फॉर्मेशन हो गया है।
सॉफ्टवेयर आधारित इस प्रक्रिया के माध्यम से प्रत्येक मतदान कर्मी दल को स्वचालित रूप से आवंटन किया गया जिससे किसी भी स्तर पर मानवीय हस्तक्षेप की संभावना समाप्त हो जाती है।
निर्वाचन आयोग के ऑब्जर्वरों ने इस पारदर्शी व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि सुपौल जिला प्रशासन द्वारा निर्वाचन की प्रत्येक प्रक्रिया को आयोग के निर्देशानुसार अत्यंत व्यवस्थित ढंग से संपादित किया जा रहा है।
द्वितीय रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया संपन्न होने के उपरांत अब सभी मतदान कर्मी दलों को उनके प्रशिक्षण एवं मतदान दिवस की ड्यूटी के संबंध में सूचित किया जाएगा।

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