सुपौल। छातापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय कटहरा खतवे टोला में बुधवार को मध्याह्न भोजन (एमडीएम) खाने से बच्चों के बीमार पड़ने की अफवाह पर शुरू हुई जांच में नया मोड़ आ गया है। जांच में यह मामला राजनीति से प्रेरित और सुनियोजित साजिश बताया गया है।
गुरुवार को प्रभारी बीईओ देश कुमार यादव तथा पीएम पोषण के प्रखंड साधनसेवी बिनोद कुमार विद्यालय पहुंचे और पूरे प्रकरण की प्रारंभिक जांच की। जांच में एमडीएम में कीड़ा या मरी हुई छिपकली मिलने की कोई पुष्टि नहीं हुई और न ही ऐसा कोई साक्ष्य प्राप्त हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को मेनू के अनुसार एमडीएम का संचालन सामान्य रूप से हुआ और बच्चों के बीच भोजन परोसा गया। इस दौरान प्रखंड साधनसेवी बिनोद कुमार स्वयं बच्चों के साथ बैठकर मध्याह्न भोजन ग्रहण करते नजर आए। उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तरह सुनियोजित है और विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं विभाग को बदनाम करने का प्रयास किया गया है।
विद्यालय के सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं और गुरुवार को भी नियमित रूप से कक्षाओं के साथ एमडीएम का संचालन किया गया। जांच के दौरान किसी भी शिकायतकर्ता ने विद्यालय पहुंचकर अपनी बात नहीं रखी। कुछ अभिभावक अवश्य पहुंचे, जिन्होंने इस मामले को मनगढ़ंत और झूठा करार दिया।
अधिकारियों ने विद्यालय शिक्षा समिति को निर्देश दिया है कि साजिश रचने वाले लोगों की पहचान कर आवश्यक प्रस्ताव पारित कर बीआरसी को प्रतिवेदन भेजा जाए, ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जा सके।
साथ ही सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र भेजकर यह निर्देश दिया गया है कि मध्यान भोजन निर्माण में मात्रा, मानक और प्रशिक्षण में बताई गई विधियों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि बच्चों को स्वस्थ, सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जा सके।

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