सुपौल। राष्ट्रीय नवजात सप्ताह (National Newborn Week Celebration 2025) के तहत शनिवार, 22 नवम्बर 2025 को सदर अस्पताल सुपौल में विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एएनएम स्कूल की छात्राओं एवं पिरामल फाउंडेशन की टीम ने नुक्कड़ नाटक और गीतों के माध्यम से नवजात शिशुओं की देखभाल संबंधी जरूरी जानकारियाँ आम जनों तक पहुँचाईं।
नाटक के जरिये यह संदेश दिया गया कि जन्म के पहले 7 दिनों तक नवजात को नहलाना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे सर्दी-जुकाम एवं संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही नाल पर किसी भी तरह का तेल, हरी-हल्दी या अन्य पदार्थ लगाने से बचने की सलाह दी गई। टीम ने बताया कि ठंड से बचाने और वजन बढ़ाने के लिए कंगारू मदर केयर (KMC) अत्यंत लाभकारी है।
कार्यक्रम में यह भी जोर दिया गया कि जन्म के पहले 1 घंटे के भीतर बच्चे को माँ का दूध अवश्य पिलाया जाए, क्योंकि शुरुआती स्तनपान नवजात की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। वहीं पहले 6 महीने तक शिशु को सिर्फ माँ का दूध देने और इस अवधि में पानी, शहद या कोई भी बाहरी भोजन नहीं देने की सलाह दी गई।
नुक्कड़ नाटक के अलावा उपस्थित महिलाओं को साफ-सफाई, संक्रमण से बचाव, नवजात के शरीर का तापमान बनाए रखने, तथा घर पर की जा सकने वाली सरल देखभाल तकनीकों की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में बाल कृष्ण चौधरी (जिला योजना समन्वयक–जिला कार्यक्रम प्रबंधक), रंजीत कुमार जयसवाल, पिरामल फाउंडेशन से चन्दन कुमार, गाँधी फेलो सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस जागरूकता पहल को लोगों ने काफी सराहा और बड़ी संख्या में महिलाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया।

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