सुपौल। गुरू पूर्णिमा के शुभ अवसर पर रविवार को नगर पंचायत के कई मंदिरों में गुरू उत्सव धूमधाम से मनाई गई। मालूम हो कि महर्षि वेदव्यास जी की जयंती भी पूरे भारत वर्ष में गुरु पूर्णिमा के रूप में लोग मनाते हैं। इस अवसर पर सत्संगी ध्रुव कांत दास ने स्तुति विनती पाठ किया। सुमन पराग ने सत्संग योग से पाठ के क्रम में कहा कि गुरू तीर्थ सबसे उत्तम तीर्थ है, गुरू तीर्थ से बढकर कोई तीर्थ नही है। बाबा सीताराम दास ने कहा कि संत ही भारतवर्ष के स्मृतियाँ है। वहीं संतोष कुमार दास ने कहा कि हमें गुरू के पद् चिन्ह पर चलना चाहिए। गुरू सेवक सत्यम ने अपने भजन से सत्संगी को मंत्र मुग्ध कर कहा कि गुरू स्वप्न मे भी शिष्य के दुख नही देख सकते। प्रो रामकुमार कर्ण ने पंच पाप से बचने की सलाह दी। मंच की अध्यक्षता मंदिर के व्यवस्थापक अतुल कुमार वर्मा ने की। इस अवसर पर दर्जनों सत्संगियों ने अपनी सहभागिता दी।
सिमराही : गुरु पूर्णिमा पर मंदिरों में धूमधाम से मनाया गया गुरू उत्सव
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