सुपौल। एसएसबी 45वीं वाहिनी मुख्यालय में सीमा संपर्क दल के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यवाहक कमांडेंट जगदीश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि "सीमा संपर्क दल" को विशेष रूप से सीमा पर चेक पोस्ट ड्यूटी के लिए तैनात किया जाता है, जो सादे पोशाक में रहते हैं और बिना हथियार अपने कार्य का निर्वहन करते हैं। इस दल में महिला और पुरुष दोनों शामिल होते हैं, जो अपने कुशल व्यवहार और समर्पण से सीमा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में दल के सदस्यों को आमजन के साथ प्रभावी संवाद, उनके अधिकारों और कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा, स्थानीय भाषा एवं नेपाली भाषा का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया, जिससे वे सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर समन्वय स्थापित कर सकें।
कार्यवाहक कमांडेंट जगदीश कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिक उपकरणों से लैस सीमा संपर्क दल एसएसबी के मानवीय चेहरे को प्रतिबिंबित करता है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि उनके परिपक्व और पेशेवर व्यवहार से सीमा पर आने-जाने वाले लोगों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
इस कार्यशाला में उप कमांडेंट शैलेश कुमार सिंह, सहायक कमांडेंट विशाल राणा, निरीक्षक सुधांशु शेखर मिश्रा, रिजवान अहमद, सहायक उप-निरीक्षक रामलाल एवं दीपक सोनार ने अपने अनुभव साझा किए और प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन किया। प्रशिक्षण में शामिल सीमा संपर्क दल के सभी सदस्य इस नए अनुभव और जानकारी से बेहद उत्साहित दिखे। उन्हें उम्मीद है कि इस तरह की कार्यशालाएं उनके कौशल को निखारने और जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभाने में सहायक सिद्ध होंगी।
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