सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तेकुना स्थित प्राथमिक विद्यालय सुरियारी दास टोला में बुधवार को संत शिरोमणि रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेशमलाल राम ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सूर्यापुर पंचायत के मुखिया महानंद पासवान, तेकुना पंचायत के मुखिया मनोज मरीक, सरपंच रितनारायण कुसियेत, तथा पंचायत समिति सदस्य ब्रहमदेव पासवान उपस्थित रहे।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद अतिथियों ने संत रविदास के जीवन और उनके योगदान पर विचार व्यक्त किए। अपने संबोधन में मुखिया महानंद पासवान ने कहा कि संत रविदास का जन्म 1388 ईस्वी में काशी में हुआ था, जब देश में मुगलों का शासन था। उन्होंने जातिवाद, छुआछूत और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष करते हुए भक्ति मार्ग में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया। वे न केवल एक महान संत और कवि थे, बल्कि समाज सुधारक भी थे। उन्होंने अपनी कविताओं और उपदेशों के माध्यम से समाज में प्रेम, करुणा और न्याय का संदेश दिया।
मुखिया पासवान ने कहा कि संत रविदास जी ने मीरा बाई को भी अपना शिष्य बनाया और उनके उपदेशों ने समाज को एक नई दिशा दी। उनकी शिक्षाएं हमें यह सिखाती हैं कि सभी मनुष्यों में ईश्वर का वास है और हमें सभी के प्रति समानता और सम्मान का भाव रखना चाहिए। उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि संत रविदास के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाकर समाज में भाईचारे और समरसता को बढ़ावा दें।
समारोह को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया और संत रविदास के जीवन और विचारों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर हरिनारायण तैथवार, योगेंद्र राम, महेंद्र राम, चंद्रदेव राम, प्रकाश राम, नंद कुसियेत, अशोक दास, कुलानंद मरीक, कसींदर पासवान, मुंगालाल पासवान, राधे चौधरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संचालन स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों के सहयोग से किया गया और अंत में संत रविदास के आदर्शों को आत्मसात करने की प्रेरणा के साथ समारोह संपन्न हुआ।
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