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विधानसभा निर्वाचन को लेकर मतदान पदाधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न



सुपौल। आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देशानुसार 13 अक्टूबर 2025 को मतदान कर्मियों का जिला स्तरीय प्रथम चरण का पाँचवाँ प्रशिक्षण दिवस आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित हुआ। 

प्रथम मतदान पदाधिकारियों के लिए सुपौल उच्च माध्यमिक विद्यालय, तथा द्वितीय एवं तृतीय मतदान पदाधिकारियों के लिए बबुजन विश्वेश्वर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में।

प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व वरीय पदाधिकारी (प्रशिक्षण कोषांग)-सह-उप विकास आयुक्त सारा अशरफ ने किया। उन्होंने प्रथम मतदान पदाधिकारियों को उनके कार्य एवं दायित्वों की जानकारी देते हुए कहा कि इस चुनाव में 100 प्रतिशत मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि सभी पीठासीन पदाधिकारी EVM सेट के साथ 17C फॉर्म भरकर जमा करेंगे, तथा उपस्थित मतदान अभिकर्ताओं से उसकी रसीद प्राप्त करना अनिवार्य होगा। साथ ही, सभी को VTR App मोबाइल एप डाउनलोड कर प्रत्येक दो घंटे पर रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया गया।

प्रशिक्षण के दौरान नोडल मास्टर प्रशिक्षक अंजनी कुमार ने प्रथम मतदान पदाधिकारियों को बताया कि वे निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति के प्रभारी होंगे और मतदाताओं की पहचान ईपिक अथवा फोटोयुक्त वैकल्पिक दस्तावेज से सुनिश्चित करेंगे। महिला मतदाताओं के क्रमांक को लाल कलम से घेरने और प्रत्येक मतदाता के नाम पर तिरछी रेखा खींचने का निर्देश दिया गया। साथ ही, EVM मॉक ड्रिल में कम से कम 100 मत डालने और उसका प्रमाणपत्र जमा करने का भी निर्देश दिया गया।

वहीं, नोडल मास्टर प्रशिक्षक धमेन्द्र कुमार ने द्वितीय मतदान पदाधिकारियों को बताया कि वे मतदाताओं का रजिस्टर (17A) एवं अमिट स्याही के प्रभारी होंगे। उन्हें निर्वाचक के बाएँ हाथ की तर्जनी पर स्याही लगाने, पहचान पत्र के अंतिम चार अंक दर्ज करने, हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान लेने तथा मतदाता पर्ची जारी करने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।

नोडल मास्टर प्रशिक्षक अमित कुमार ने तृतीय मतदान पदाधिकारियों को बताया कि वे कंट्रोल यूनिट (CU) के प्रभारी होंगे और मतदाता से पर्ची प्राप्त कर स्याही की जाँच के बाद मत देने के लिए मतदाता को कक्ष में भेजेंगे।

प्रशिक्षण के दौरान सभी मतदान पदाधिकारियों को निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत कार्य निष्पादन की पूरी जानकारी दी गई, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया जा सके।

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