सुपौल। निर्मली अनुमंडल मुख्यालय स्थित जजेज आवास के समीप कोसी प्रोजेक्ट की अतिक्रमित भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने पर मंगलवार को आक्रोशित लोगों का गुस्सा फूट गया। आक्रोशित लोगों ने पश्चिमी रिंग बांध स्थित निर्मली-भुतहा मुख्य सड़क मार्ग को जामकर आगजनी किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी तकरीबन एक घंटे तक सड़क को पूरी तरह जाम कर प्रदर्शन किया। बताया जाता है कि नवनिर्मित अनुमंडल कार्यालय के पास जजेज आवास के पास तकरीबन 25 परिवार के लोग कोसी प्रोजेक्ट की भूमि पर अवैध रूप से अपना घर बनाकर रह रहे थे। जिसे मंगलवार को मजिस्ट्रेट सह सीओ मुकेश कुमार के देख-रेख भारी मात्रा में पुलिस बल की मौजूदगी में बुल्डोजर चलाकर उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। बुल्डोजर चलने के बाद अतिक्रमणकारी आक्रोशित हो गए और बड़ी संख्या में निर्मली-भुतहा सड़क मार्ग को जाम कर जोरदार प्रदर्शन करने लगे। अतिक्रमणकारियों का कहना था कि ो तकरीबन 50 वर्षों से अधिक समय से उक्त भूमि पर अपना घर बनाकर रह रहा है। कई पक्के मकान भी बनाए गए हैं। जिसे मंगलवार को प्रशासन की बुल्डोजर ने तोड़कर उसे बेघर कर दिया। आक्रोशित लोगों का कहना है कि उक्त भूमि के बदले उनलोगों को पुनर्वास एवं किसी अन्य जगहों पर भूमि उपलब्ध कराई जाए। ताकि वेलोग बेघर नहीं हो सके। प्रदर्शनकारी चंदन कुमार कामत, महेश कामत, सोहन कामत, बैजनाथ सहनी, गोविंद कुमार, जितेंद्र कामत, मुकुंद पासवान, गुड़िया देवी, सोनिया देवी, प्रमिला देवी, सीता देवी, सुधा देवी, परमेश्वरी देवी, ममता देवी, द्रोपदी देवी, उर्मिला देवी आदि ने बताया कि वे लोग तकरीबन 50 वर्ष से पूर्व से ही उक्त भूमि पर घर बनाकर रह रहे हैं। लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष नोटिस मिलने के बाद अंचलाधिकारी को जवाब भी दी गई थी। बावजूद इसके इसपर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इन लोगों का कहना है कि अतिक्रमण मुक्त करने के बाद सभी बेघर हो गया है। सभी खुले आसमान के नीचे रहने पर विवश है। ठंड में वह रात में किस छत के नीचे बिताएगा, उसका कोई ठिकाना नहीं है। बुल्डोजर चलाने के बाद परिवार के सभी लोग दहशत में है। कई महिलाओं की स्थिति दहशत के कारण नाजुक हो गई है। लोगों ने कहा कि प्रशासन को उसे पुनर्वास की व्यवस्था करवाना होगा। मौके पर बीडीओ मो जफरुद्दीन, निर्मली थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार, नदी थानाध्यक्ष राजू कुमार, मरौना सीओ निरंजन कुमार सहित कई थाने की पुलिस मौजूद थे।
सीओ मुकेश कुमार ने बताया कि अनुमंडल कार्यालय एवं नवनिर्मित जज आवास के पास तकरीबन 25 परिवार कोसी प्रोजेक्ट की भूमि पर घर बनाकर अवैध रूप से रह रहा था। कई बार नोटिस देने के बावजूद भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जा रहा था। अंतिम नोटिस देने के बाद मंगलवार को बुल्डोजर चला कर अतिक्रमित भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर लिया गया।

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