सुपौल। निर्मली प्रखंड के दिघिया़ पंचायत के भूतपूर्व मुखिया बिंदेश्वर प्रसाद सिंह के निधन पर निर्मल विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव रविवार को शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान परिजनों एवं ग्रामीणों ने पूर्व मुखिया के निधन के बाद उनके कर्मकांड एवं मृत्यु भोज का बहिष्कार करने का संकल्प लिया। पूर्व मुखिया के भाई जदयू नेता नंदकिशोर सिंह ने बताया कि समाज के दबाव के बीच सदियों से चली आ रही परंपरा एवं खर्चीले कर्मकांड को समाप्त करने का संकल्प लिया गया है। स्थानीय विधायक की मौजूदगी में कर्मकांड एवं मृत्यु भोज नहीं करने को लेकर लोगों को जागरूक भी किया गया है। उनके इस कदम से पंचायत एवं आसपास के क्षेत्र में मृत्यु उपरांत किए जाने वाले कर्मकांड एवं कई दिनों तक चलने वाले मृत्यु भोज की प्रथा को समाप्त करने का मुहीम चलाया जा रहा है। जिससे समाज के विकास के लिए ऐसी गलत परंपरा को समाप्त करने में मदद मिलेगी। मौके पर मौजूद विधायक श्री यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अक्सर लोग पर झूठी परंपरा एवं कर्मकांडों को तिलांजलि देकर वैज्ञानिक सोच पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सदियों से बहूजनों को मानसिक गुलाम बनाकर उनके सामाजिक शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास को बाधित एवं धीमा करने का चक्र कर शोषण किया गया है। परंतु अब विकास में बाधक ऐसी तमाम कुरीतियों, धर्म कांडों आदि को तिलांजलि देते हुए मृत्यु के उपरांत होने वाले मृत्यु भोज को पूर्णत: समाप्त करने का वक्त आ गया है।उनके आवाज पर समाज की उपस्थिति में सभी लोगों ने सर्वसम्मति से अपने परिवार एवं समाज में इस गलत परंपरा एवं मृत्यु भोज को समाप्त करने का संकल्प लिया। मौके पर जदयू प्रखंड अध्यक्ष नथुनी मंडल, मनोज कुमार सिंह, देवकुमार सिंह, रामकुमार यादव, मुखिया चंद्रप्रभा देवी, कपिलेश्वर सिंह रविप्रसाद सिंह, अभिप्रेरणा केंद्र के संचालक प्रकाश मणि विश्वास, मो।आलम आदि मौजूद थे।
निर्मली : ग्रामीणों ने लिया मृत्युभोज जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प
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