सुपौल। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की प्रतापगंज शाखा इकाई द्वारा 24 दिसंबर 2005 के ऐतिहासिक शिक्षक आंदोलन की 20वीं वर्षगांठ बुधवार को सुमरित कन्या मिडिल स्कूल परिसर में संकल्प दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर संघ के सभी सदस्यों ने संगठन के प्रति चट्टानी एकता बनाए रखने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष अशोक कुमार अरुण ने की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 का शिक्षक आंदोलन एक युगांतकारी घटना थी, जिसने शिक्षकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक शक्ति और एकता के बल पर ही आंदोलन को सफलता मिली थी। उन्होंने शिक्षकों से शिक्षा जगत में अलख जगाने और संघ के प्रति ईमानदार बने रहने की अपील की।
अशोक कुमार अरुण ने कहा कि संगठन के सतत संघर्ष का ही परिणाम है कि टीआर-1 से टीआर-4 तक की बहाली में संघ ने हमेशा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दिया है। हालांकि सरकार की उदासीनता के कारण ओपीएस सहित अन्य मांगों को लेकर शिक्षक आज भी संघर्षरत हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने नैतिक दायित्वों के प्रति ईमानदार रहते हुए मांगों की पूर्ति के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे।
संकल्प दिवस के अवसर पर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ एवं प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पु के प्रति चट्टानी एकता के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता दोहराई गई। इस मौके पर भूपेंद्र प्रसाद यादव, प्रभात राम, रमेश उरांव, महेश पासवान, नागेंद्र दास, मृदुला कुमारी सहित दर्जनों शिक्षक उपस्थित रहे।

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