सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (FLN) से संबंधित शिक्षा विभाग की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), असैनिक शल्य चिकित्सक के प्रतिनिधि, सुपौल डायट बसहा पिपरा के व्याख्याता, प्रथम फाउंडेशन (एनजीओ) के सदस्य सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।
बैठक का उद्देश्य कक्षा 1 से 3 के बच्चों में FLN की समझ को वर्ष 2026-27 तक विकसित करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु वर्तमान प्रगति की समीक्षा करना और आगामी तीन महीनों के लिए कार्ययोजना तय करना था।
जून 2025 में विमर्शित पांच मुख्य एजेंडों की समीक्षा की गई, जिनमें 1. सभी प्राथमिक विद्यालयों, प्रखंड व जिला कार्यालयों में 'निपुण लक्ष्य' और लोगो का प्रदर्शन। 2. सभी विद्यालयों में पाठ्यपुस्तकों और कार्यपुस्तिकाओं की उपलब्धता। 3. विद्यालयों में FLN/TLM स्टूडेंट किट का वितरण और उपयोग। 4. विद्यालय तत्परता कार्यक्रम ‘चहक’ की वर्तमान स्थिति। 5. शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार बिंदु शामिल थे।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बैठक में FLN शिक्षक प्रशिक्षण, पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता, निपुण भारत अभियान और अन्य विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के लिए प्रखंडवार कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, जिनमें बच्चे भी भाग लें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी विद्यालय की प्रगति शून्य या अपेक्षा से कम पाई जाती है, तो संबंधित प्रधानाध्यापक एवं कक्षा 1 से 3 तक के शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
समीक्षा के अंत में जिलाधिकारी ने समिति के सभी सदस्यों को निर्देशित किया कि FLN प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा की जाए और बीसी (ब्लॉक कोऑर्डिनेटर) के माध्यम से सुझाव भी प्राप्त किए जाएं, जिससे लक्ष्यों की पूर्ति में गति लाई जा सके।
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