- डीडीसी की अध्यक्षता में अधिकारियों को दिए गए समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश
सुपौल। जल-जीवन-हरियाली मिशन एवं जल शक्ति अभियान की प्रगति की समीक्षा हेतु उप विकास आयुक्त (डीडीसी) महोदया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन मंगलवार को समाहरणालय सभागार, सुपौल में किया गया।
बैठक में NEP के निदेशक, मनरेगा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जल-जीवन-हरियाली मिशन के लीड यंग प्रोफेशनल सह जिला मिशन प्रबंधक, प्रखंड स्तरीय मनरेगा पदाधिकारीगण तथा संबंधित विभागों के नोडल पदाधिकारी उपस्थित रहे।
डीडीसी महोदया ने जल-जीवन-हरियाली मिशन के अंतर्गत संचालित सभी कार्यों की घटकवार और विभागवार गहन समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि 2025-26 के वित्तीय वर्ष के लक्ष्य समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं, साथ ही विगत वर्षों से लंबित कार्यों को भी शीघ्र निष्पादित किया जाए।
डीडीसी ने यह भी कहा कि सभी अद्यतन कार्य प्रगति की जानकारी जल शक्ति अभियान पोर्टल पर अपलोड की जाए, ताकि पारदर्शिता और प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जा सके।
बैठक में शून्य प्रगति वाले विभागों पर चिंता व्यक्त करते हुए डीडीसी ने उन्हें मिशन मोड में कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी नोडल पदाधिकारियों को आपसी समन्वय मजबूत करने, क्षेत्रीय स्तर पर कार्यान्वयन गति बढ़ाने, और निगरानी व्यवस्था सुदृढ़ करने पर बल दिया।
डीडीसी महोदया ने कहा कि बिहार सरकार की प्राथमिकता जल संसाधनों का संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन और हरित विकास है। इसके लिए जल-जीवन-हरियाली मिशन और जल शक्ति अभियान जैसे कार्यक्रमों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से लागू करना जरूरी है।
बैठक के अंत में यह निर्णय लिया गया कि फील्ड स्तर पर कार्यान्वयन की रफ्तार बढ़ाई जाएगी, सभी विभाग नियत समयसीमा के भीतर लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करेंगे और निरंतर मॉनिटरिंग के माध्यम से कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखी जाएगी।
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