सुपौल। कृषि विज्ञान केंद्र राघोपुर में मंगलवार को डिजिटल सखी परियोजना के अंतर्गत संकुल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मिथिलेश कुमार राय और केवीके राघोपुर के विभागाध्यक्ष डॉ. नित्यानंद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल एवं वित्तीय साक्षरता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना रहा।
डिजिटल सखी परियोजना वर्ष 2023 से सुपौल जिले के 100 गांवों में बीएआईएफ और एलएंडटी फाइनेंस के सहयोग से संचालित की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को डिजिटल व वित्तीय रूप से सशक्त बनाना है। इसके तहत महिलाओं को हैंड होल्डिंग सपोर्ट के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने और नेतृत्वकारी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान परियोजना प्रबंधक अभिनव राज ने अब तक की उपलब्धियों और क्रियान्वयन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं, जिससे वे स्वावलंबन की ओर अग्रसर हो रही हैं।
इस अवसर पर जिले की 20 पंचायतों से जुड़ी डिजिटल सखियां भी उपस्थित रहीं। इनके अलावा क्लस्टर इंचार्ज राजेश कुमार सिंह, भवेश कुमार, आलोक कुमार, जूली देवी, एमआईएस ऑफिसर विकास कुमार एवं अनुज कुमार सहित अन्य प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को डिजिटल लेन-देन, बैंकिंग सेवाएं, सरकारी योजनाएं और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर भी प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का समापन समूह चर्चा और अनुभव साझा करने के साथ हुआ।
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