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त्रिवेणीगंज : अनूप लाल यादव महाविद्यालय में अंगदान जागरूकता कार्यशाला का आयोजन



त्रिवेणीगंज (सुपौल)। त्रिवेणीगंज अनुमण्डल मुख्यालय अंतर्गत अनूप लाल यादव महाविद्यालय के तत्वाधान में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत अंगदान जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जयदेव प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आयोजित अंगदान जागरूकता कार्यशाला का उद्घाटन बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ विमलेंदु शेखर झा, एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ अभय कुमार, विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो डॉ मिहिर कुमार ठाकुर ने संयुक्त रूप से किया।

इस मौके पर कुलपति डॉ शेखर द्वारा सर्वप्रथम सभी विषयों के बने नए विभाग का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। स्किल डेवलपमेंट के तहत लघु जूट उद्योग से संबंधित छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली प्रशिक्षण में प्रयुक्त मशीन का उद्घाटन भी कुलपति द्वारा फीता काटकर किया गया। वहीं महाविद्यालय परिसर में आंवला पौधा का वृक्षारोपण करने के पश्चात अंगदान जागरूकता कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।

 इस मौके पर कुलपति ने अंगदान को महादान और मानव सेवा को सर्वोत्तम सेवा बताया। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों को लोगों को अंगदान करने के प्रति जागरूक करना चाहिए। अंगदान वह प्रक्रिया है जब कोई व्यक्ति अपने स्वयं के अंग को निकालने और किसी अन्य व्यक्ति को प्रत्यारोपित करने के लिए कानूनी रूप से अधिकृत करता है। यह या तो दाता के जीवित रहते हुए सहमति से अथवा मृत्यु से पहले किए गए मृतक दान के लिए कानूनी प्राधिकरण के माध्यम से किया जाता है। इस कार्य के लिए दाता के शरीर से दान किए गए अंग को शल्य क्रिया द्वारा निकाल कर जरूरतमंद लोगों में प्रत्यारोपित किया जाता है। समयानुसार किडनी, यकृत, हृदय, फेफड़े, आंत, अग्नाशय, कॉर्निया आदि दान कर जरूरतमंद लोगों में प्रत्यारोपित कर उन्हें जीवन दान दिया जा सकता है। 

उन्होंने बताया कि भारत में अंगदान के समक्ष कई चुनौतियां हैं और अशिक्षा इसमें सबसे बड़ी बाधक है। इसके अतिरिक्त आधारिक संरचना का अभाव, मांग और पूर्ति में अंतर, प्रत्यारोपण की उच्च लागत, जागरूकता की कमी, सामाजिक मान्यताएं जैसी बाधा से निपटने के लिए सरकार भी प्रयासरत है। एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ. अभय कुमार ने बताया कि एनएसएस के स्वयंसेवक आठो पहर सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। विकसित राष्ट्र बनाने हेतु अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करना परमआवश्यक है। उन्होंने स्वयंसेवकों से लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने का अनुरोध किया।

कुलसचिव प्रो डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर अंगदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारे देश के लोगों को अंगदान के लिए आगे आना चाहिए। वहीं प्राचार्य ने अंगदान को महादान बताते हुए स्वयंसेवकों को अंगदान करने के लिए लोगों को बीच जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किये।





कार्यशाला को प्रो. अशोक कुमार, सचिव कपलेश्वर यादव सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। कार्यशाला में प्रथम इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी विद्यानंद यादव, द्वितीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी पूनम, तृतीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी शंभू यादव एवं महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी गण तथा एनएसएस के स्वयंसेवक उपस्थित थे।




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