सुपौल। कोसी तटबंध के भीतर मौजहा पंचायत के वार्ड नंबर 03 और 04 में पिछले कई दिनों से कोसी का दबाव बना हुआ है। लेकिन अब तक विभाग द्वारा कटाव को रोकने का कोई भी बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य होने के बाद भी लोग सुरक्षित नहीं है। इसके कारण लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब यहां रहना सुरक्षित नहीं है। कभी भी उन लोगों के घर को भी कोसी अपने गर्भ में समा सकती है। इसके कारण वह लोग सुरक्षित स्थानों की ओर लगातार पलायन करने लगे हैं। कहा कि अब कोसी नदी का कटाव तेज हो गया है। पिछले एक सप्ताह में लगभग 30 एकड़ उपजाऊ जमीन और बासडीह की जमीन कट कर नदी में विलीन हो गई है। नदी के कटाव की रफ्तार को देखकर ग्रामीणों में भय का माहौल बना है।
पंचायत के मुखिया अमर कुमार चौधरी ने बार-बार गुहार लगाने के बाद भी प्रशासन के द्वारा ठोस बंबू पाइलिंग नहीं करा रहा है। इसके कारण लगातार लोगों के घर कोसी नदी में समाते जा रहे हैं। कहा कि उन लोगों का आशियाना उजड़ जाने के बाद भी सरकार की तरफ से सिर्फ एक पॉलिथीन उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा खाने- पीने के सामान नहीं दिए गए। खासकर छोटे-छोटे बच्चों को खाने-पीने की समस्या हो गई है। इसके कारण वह लोग परेशान हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि उदासीन बने हैं। मौजहा पंचायत के वार्ड 3 और 4 नदी किनारे बसे पप्पू यादव, अरूण यादव,दिपेन यादव, संतोष यादव, बिट्टू यादव, कमलेश यादव आदि ने बताया कि वह लोग सड़क किनारे जैसे-तैसे रह रहे हैं। बताया कि हर साल नदी में कटाव होने से उनलोगों का जीवन नरक के सामान हो गया है। आज तक आपदा के समय में ना तो कोई प्रशासनिक अधिकारी और ना ही जनप्रतिनिधि उन लोगों का सुध लेते हैं।
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