सुपौल। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के फूड प्वाइजनिंग मामले में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस 12 व 15 कैंप में करीब 935 प्रशिक्षु जवान भूख हड़ताल पर बैठ गये। भूख हड़ताल पर बैठे जवानों ने कमांडेंट के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की। लगभग पांच घंटे बाद डीआईजी मुजफ्फरपुर सफी उल हक भीमनगर पहुंचकर जवानों से बातचीत की। जवानों की पीड़ा सुनने के बाद डीआईजी ने जवानों को त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद जवानों ने भूख हड़ताल समाप्त किया। अधिकांश प्रशिक्षु जवानों की शिकायत मेस को लेकर था। बैरेक के शौचालय, बाथरूम, पानी टंकी आदि की नियमित साफ- सफाई नहीं होने से भी जवान नाराज थे। क्लासरूम की बिजली व्यवस्था, बैंच डेस्क, पंखा आदि की शिकायत के बाद डीआईजी क्लास रूम एवं बैरेक का मुआयना किया। मुआयना के दौरान देय सुविधा को तत्काल बहाल व दुरूस्त करने का निर्देश दिया। मौके पर कमाडेंट अशोक प्रसाद, सिविल सर्जन ललन ठाकुर, वीरपुर एसडीएम नीरज कुमार, बीएमपी डीएसपी रामनरेश पासवान, वीरपुर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार, एलएन अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शैलेन्द्र दीपक, भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार आदि मौजूद थे।
जवानों की शिकायत के आलोक में डीआईजी ने कहा कि ट्रेनिंग सेंटर में कुव्यवस्था व फूड प्वाइजनिंग मामले की जांच वे स्वयं कर रहे हैं। सभी बैरक का निरीक्षण भी किया। जिस जवान के थाली से जो सल्फास निकला था। उसे जब्त कर जांच कर लिया गया है। दो लोगों पर एफआईआर की कार्रवाई की जा रही है। हमने सभी जवानों की समस्याओं को सुना। जिसके बाद मेस का चार्ज सभी आठ कंपनी को ही दे दिया गया। वो अपने हिसाब से मेस का संचालन करें। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो जायेगा। खाना जवानों के चॉइस के अनुरूप बनेगा। कोई भी अधिकारी जवानों की शिकायत को नजर अंदाज नहीं करेंगे। जो पैसे मेस संचालक को दिए गए है। उसमें खर्च किये गए पैसे को काटकर शेष राशि मेस संचालक लौटाएंगे। अगर वे ऐसा नहीं करते है तो उनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वहीं भवन के मामले ने कहा कि तीन साल पुराने भवन की यह स्थिति नहीं होनी चाहिए। इस मामले में भी जांच की जा रही है। साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था की जाएगी।

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