सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के बीआरसी चांदपीपर परिसर में शुक्रवार को 06–14 एवं 15–19 आयु वर्ग के विद्यालय से बाहर बच्चों की पहचान के लिए गृहवार सर्वेक्षण विषयक एक दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शिव शंकर पंडित की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
प्रशिक्षण में प्रखंड क्षेत्र के छिटही हनुमान नगर, शाहपुर पृथ्वीपट्टी, पिपराखुर्द, भपटियाही, लालगंज और मुरली पंचायतों के प्रधानाध्यापकों व नोडल शिक्षकों ने भाग लिया। दो पालियों में आयोजित इस प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक विनोद मेहता और राम रतन मंडल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विद्यालय से बाहर बच्चों की पहचान हेतु हाउसहोल्ड सर्वे की आवश्यकता और प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी दी।
प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी श्री पंडित ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य 06–19 आयु वर्ग के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण एवं समावेशी शिक्षा उपलब्ध कराना है।
मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत 06–14 वर्ष के सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार प्राप्त है, लेकिन कई बच्चे अब भी इस अधिकार से वंचित रह जाते हैं। इसी कारण बच्चों की सही पहचान और उन्हें स्कूल से जोड़ने हेतु यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. उपेंद्र कुमार, कपिल कुमार मेहता, संजय कुमार पाठक, नित्यानंद भार्गव, धीरज कुमार, अनिल कुमार, शशि कुमार यादव, सुनील कुमार, मोहम्मद केसर अली, मोहम्मद जाकिर हुसैन, योगेंद्र कुमार, दिलीप कुमार पासवान, बेबी कुमारी, निशा भारती, प्रियतम भारती, विनीता कुमारी, ब्यूटी कुमारी, अनिता कुमारी, सरिता कुमारी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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