सुपौल। बस स्टैंड सुपौल बस चालकों ने नयी ड्राईवर बिल की विभिषिका को देखते हुए ड्राइवरगिरी का कार्य करने से इनकार कर दिया और सामूहिक रूप से बसों का परिचालन नहीं किया। चालकों ने कहा कि जब वे लोग ड्राईविंग सीट पर बैठकर स्टेरिंग को पकड़ते हैं तो उनका दिल और दिमाग शुन्न हो जाता है कि पता नहीं क्या हो जाएगा। कहा कि उनकी स्थिति सात लाख रूपये जुर्माना देने योग्य नहीं है और इस वर्षों के कठोर कारावास की सजा मिलने पर जीवन का हो अंत हो जायेगा। तब तक हमारे बच्चे, पत्नी और परि बर्बाद हो जायेगा। इस प्रलंयनकारी कानून के सिकंजे में फंसने से पहले हम किसी और कार्यों को कर लेंगे। गाय, भैंस पाल लेंगे, बकरी पाल लेंगे, चाय बेच लेंगे, जूता पालिस कर लेंगे। बस परिचालन के कार्य का बहिष्कार करने वाले चालकों में चंदन कुमार उर्फ निक्कू, भूपेन्द्र यादव, संतोष यादव, संतोष राम, सुरेश नहतो, हरिमोहन यादव, संजीव कुमार, पवन राय, भूवन यादव, ललन कुमार यादव, राम कुमार यादव, पंकज कुमार सिंह, अरूण मंडल, मो आफताब, अमित सिंह, अमित चौधरी, सुरेन्द्र कामत, पवन मंडल, कैलाश यादव, मुन्ना कुमार, दुर्गानंद कामत, संजीव कुमार झा, दिलीप कुमार, रोहित कुमार, पंकज सिंह, महेश अकेला, नीरज कुमार, रौशन कुमार, शेलेन्द्र कुमार, राजू झा, मो इसमाईल, सत्यनारायण कामत, दिलीप पासवान आदि शामिल हैं।
सुपौल बस स्टैंड के चालकों ने ड्राइवरगिरी का कार्य करने से किया इन्कार, बसों का नहीं किया परिचालन
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