सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित व्यापार संघ भवन में मंगलवार को राष्ट्रीय वैश्य महासभा का जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। महासभा के जिलाध्यक्ष शत्रुघन प्रसाद चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह महासभा के प्रदेश अध्यक्ष समीर कुमार महासेठ, महासभा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष पीके चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात स्वागत गान के बाद सभी अतिथियों का फूलमाला व शॉल से स्वागत किया गया। इस दौरान जिले भर से पहुंचे वैश्य समाज के जनप्रतिनिधि एवं सक्रिय समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। वहीं महासभा के जिलाध्यक्ष सहित सभी प्रखंड अध्यक्ष को प्रदेश अध्यक्ष श्री महासेठ ने सम्मानित किया। सम्मेलन में पूर्व मंत्री सह प्रदेश अध्यक्ष श्री महासेठ ने कहा कि हमारा यह संगठन 40 से 50 साल पुराना है। हमने इतिहास देखकर संगठन को खड़ा किया है। इतिहास को जानना आवश्यक है। महासभा जहां-जहां मजबूत हुई वहां से एमएलए पैदा हुए हैं।
कहा कि बीते दशकों में वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व सबसे अधिक था। वैश्य समाज ने राज्य की विरासत में बहुत कुछ दिया है। इसलिए महासभा 56 उप जातियों को एकसूत्र में जोड़कर अपने अधिकार को लेकर रहेंगे। वैश्य समाज से एमएलए एमपी बनाने की शुरुआत सुपौल जिले से होगी। सुपौल की धरती से सभी जिलों में यह पैगाम जाएगा। कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा कि वैश्य समाज को एकजुटता के साथ पंचायत स्तर तक संगठन को खड़ा करने की जरूरत है। एक दूसरे के सुख दुख में सहयोग करने से संगठन को बल मिलेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष विजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में वैश्य समाज के लोगों की सेवा की है। राजनैतिक बलि वेदी पर चढे, बृजविहारी भगत के सपनों को जब तक पूरा नहीं करेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। जातीय गणना में चतुराई से वैश्य समाज को विखंडित करने की कोशिश हुई है। हैरानी है कि लहटन चौधरी की धरती कोशी प्रमंडल में वैश्य समाज का एक भी प्रतिनिधित्व नहीं है। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद सुपौल के गांधी मैदान में एक बड़ा जनसभा करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में अमर कुमार चौधरी, अधिवक्ता शिव प्रसाद साहू, युगल किशोर अग्रवाल, डा विश्वनाथ सर्राफ, महेंद्र साहू, जयप्रकाश चौधरी, सुशील कुमार मंडल, जगदीश प्रसाद गुप्ता, महामाया चौधरी, भगवान दत्त चौधरी, नंद कुमार चौधरी, पप्पू जायसवाल, शंभू चौधरी, गंगा प्रसाद चौधरी, डा अमित कुमार चौधरी, डा विकास कुमार, दिलीप कुमार चौधरी, ललिता जायसवाल, नीलम कुमारी, ज्ञानशंकर, किशोर कुमार मुन्ना, गौरीशंकर भगत, जगदीश दास, शंकर साह, डा सोनू कुमार मंडल, पशुपति गुप्ता, बुच्ची गुप्ता, ई सुमित चौधरी, विवेक चौधरी, शंकर चौधरी, अरूण जायसवाल, गौरव कुमार पूर्वे, उमेश कुमार साह, गोपाल साह, संजय भगत, संजय कुमार पप्पू, राजेश चौधरी, अनिल कुमार गुप्ता, पवन कुमार गुप्ता, विनय कुमार भगत, ललित नारायण, योगमाया देवी, अशोक सम्राट मुख्य रूप से शामिल हुए।
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