सुपौल। अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एचपीएस कॉलेज निर्मली में राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रथम एवं द्वितीय इकाई द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो डॉ उमा शंकर चौधरी ने की। इस अवसर पर महिलाओं की दशा और दिशा शीर्षक पर एक भाषण-संभाषण का आयोजन किया गया। रासेयो प्रथम इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अतुलेश्वर झा ने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसकी रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए डॉ झा ने कहा कि पहले की महिलाओं की तुलना में आज की महिला ज्यादा जागरूक हुई है। वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ आभा झा मुख्य अतिथि थी। इन्होंने कहा कि आज के भौतिकवादी जीवन में एक महिला ही एक दूसरे महिला की दुश्मन बन गयी है। जो कि महिला के विकास में यह प्रमुख बाधा है। विशिष्ट अतिथि के रूप में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ लक्ष्मी कुमारी ने कहा कि आज महिला प्रत्येक क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वह गृहिणी की भूमिका से लेकर हवाई जहाज उड़ाने तक का सफर तय की है। जहां एक ओर राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविका पल्लवी ने अपनी स्वरचित कविता से सभी को संदेश दिया तो वहीं दूसरी ओर हितांशी ने महिलाओं की दशा और दिशा पर प्रेरक संभाषण से सभी को झकझोर दिया। अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वितीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कृष्णा चौधरी ने कहा कि प्राचीन काल में जिस तरह महिला अस्त्र चलाने से लेकर शास्त्रार्थ में अव्वल थी। उसी तरह आज की महिला अब अबला नहीं बल्कि धीरे धीरे वह सबला बन रही है। मौके पर शिक्षक और शिक्षकेत्तर उपस्थित थे।
निर्मली : प्रत्येक क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही महिलाएं
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं