सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित बाबा रामदास ठाकुरबाड़ी में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन बुधवार को यजमान रंजीत सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी कुमूद देवी ने व्यास पीठ का पूजन कर कथा का प्रारंभ किया गया। व्यास जी द्वारा यजमान को अंगवस्त्र ओढ़ा कर सम्मानित किया गया। व्यास रामउद्गार जी कथा कहते हुए कहा कि शिव चरित्र से हमें यही संदेश मिलता है कि शिवजी के परिवार में विषमता रहते हुए भी परिवार में समत्ति है। हमें भी परिवार में सुमति लाने के लिए शिवजी के परिवार से सीखना चाहिए। उनके परिवार में बैल है, सिंह है, चूहा है, सर्प है, मयूर है, कार्तिक-गणेश हैं, शिव एवं पार्वती है और सभी एक-दूसरे में भिन्नता है। सुमति का कारण है उनके परिवार सत्संगी है। कहा कि हमें भी परिवार में सत्संग करना चाहिए। ताकि हमारा परिवार में सुमति रहे।
कथा के दूसरे दिवस में शिव विवाह प्रसंग झांकी के साथ हुआ
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