- तीन दिन पहले दी गई चेतावनी के बाद चली कार्रवाई, बाजार क्षेत्र और सड़कों के किनारे हटे अतिक्रमण
सुपौल। नगर पंचायत पिपरा क्षेत्र में मंगलवार को प्रशासन ने सरकारी भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की। अंचलाधिकारी उमा कुमारी, नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी प्रियंका कुमारी और स्थानीय पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर चलाकर कई अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया।
इससे पहले प्रशासन ने तीन दिन पहले ध्वनि यंत्र और सार्वजनिक नोटिस के माध्यम से अतिक्रमणकारियों को स्वयं से अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी। निर्धारित समयसीमा खत्म होते ही मंगलवार को अभियान की शुरुआत की गई। मुख्य रूप से बाजार क्षेत्र, मुख्य सड़कों के किनारे और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अवैध रूप से बने ढांचों को हटाया गया।
अंचलाधिकारी उमा कुमारी ने स्पष्ट किया कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को पूर्व में सूचित किया गया था, इसके बावजूद अतिक्रमण जारी रहा, इसलिए यह कदम उठाना जरूरी हो गया।
नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी प्रियंका कुमारी ने बताया कि यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पिपरा को अतिक्रमण मुक्त बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है, ताकि आमजन को यातायात और नागरिक सुविधाओं में किसी तरह की दिक्कत न हो।
कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि अभियान शांतिपूर्ण रहा और किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ।
स्थानीय लोगों की इस कार्रवाई को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। कुछ लोगों ने प्रशासन की सख्ती को सराहते हुए कहा कि इससे सार्वजनिक स्थलों पर आवागमन आसान होगा, वहीं कुछ दुकानदारों ने बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए गए इस कदम को गरीबों के लिए नुकसानदायक बताया।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कार्रवाई केवल उन्हीं के खिलाफ की गई, जिन्हें पहले से कई बार चेतावनी दी गई थी और जो लगातार सरकारी भूमि पर कब्जा जमाए हुए थे।
यह अभियान प्रशासन की कड़ी निगरानी और कानून व्यवस्था के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आने वाले दिनों में पिपरा को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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