सुपौल। राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के सिमराही बाजार में वर्षों से जारी भीषण जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देश पर सोमवार से शुरू हुआ अतिक्रमण हटाओ अभियान मंगलवार को भी जारी रहा। लगातार दूसरे दिन प्रशासनिक सख्ती देखने को मिली।
सिमराही बाजार, दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 27 और एनएच 106 का प्रमुख क्रॉसिंग प्वाइंट है। यहां सड़कों के किनारे अतिक्रमण के कारण सड़क की चौड़ाई घट गई है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही में बाधा आती है और रोजाना जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इससे आमजन को यातायात में गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अभियान का नेतृत्व नगर कार्यपालक पदाधिकारी वीणा वैशाली ने किया। उनके साथ बीडीओ ओमप्रकाश, सीओ रश्मि प्रिया, थानाध्यक्ष नवीन कुमार तथा राघोपुर व करजाइन थाना की पुलिस टीम मौजूद रही। एनएच 27 के किनारे दो घंटे चले इस अभियान में दर्जनों अस्थायी दुकानों और अतिक्रमणों को हटाया गया।
इस दौरान कई स्थानीय रैयतों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई और वर्षों पूर्व अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा अब तक नहीं मिलने की बात कही। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि मुआवजे का भुगतान शीघ्र किया जाए। वहीं, कई फुटकर विक्रेताओं ने बार-बार अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था के हटाया जाना उनके लिए आर्थिक रूप से नुकसानदेह है।
अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए कार्यपालक पदाधिकारी वीणा वैशाली ने कहा कि सार्वजनिक सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। आम लोगों की सहूलियत के लिए यह अभियान अनिवार्य है। जिनकी दुकानों या संरचनाओं का अतिक्रमण में आना तय है, वे स्वयं से उसे हटा लें, अन्यथा प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा।
प्रशासन के इस कदम को लेकर लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया है। जहां कुछ लोगों ने इस पहल का स्वागत किया, वहीं कुछ ने स्थायी समाधान की मांग उठाई। फिलहाल, प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अभियान जारी रहेगा और सड़कों को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त बनाया जाएगा।
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