पटना। अंतर्राष्ट्रीय मानव व्यापार निरोध दिवस के अवसर पर बुधवार को सरदार पटेल भवन स्थित सभागार में कमजोर वर्ग प्रभाग द्वारा एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन पुलिस महानिदेशक ने किया। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, कमजोर वर्ग एवं अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध अनुसंधान विभाग, बिहार, पटना भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान पुलिस अधिकारियों ने मानव तस्करी की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह नशीले पदार्थों की तस्करी के बाद दूसरा सबसे बड़ा अवैध आय का स्रोत बन चुका है। अधिकारियों ने इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यशाला के दौरान मानव व्यापार की रोकथाम एवं यौन शोषण से मुक्ति के लिए 'नया सवेरा' नामक विशेष अभियान की घोषणा की गई। यह अभियान 31 जुलाई 2025 से 14 अगस्त 2025 (स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या तक) चलाया जाएगा।
इस अभियान का उद्देश्य मानव व्यापार से प्रभावित क्षेत्रों को पूरी तरह मुक्त कराना है। अभियान के तहत सर्वाधिक प्रभावी कार्रवाई करने वाले प्रारंभिक दो जिलों को पुलिस मुख्यालय स्तर से पुरस्कृत भी किया जाएगा।
कार्यशाला में अधिकारियों ने कहा कि मानव व्यापार के खिलाफ यह अभियान पुलिस विभाग की प्राथमिकता है और इसके लिए व्यापक जन-जागरूकता एवं कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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