सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार ने शनिवार को सदर अस्पताल, सुपौल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में इमरजेंसी वार्ड, वचक वार्ड, टॉनेट लैब एवं एचआईवी विभाग की व्यवस्था का जायजा लिया गया। जिलाधिकारी ने अस्पताल में पाई गई सभी कमियों को तत्काल दूर कर समुचित रूप से कार्य करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में अनधिकृत रूप से सक्रिय लोगों पर सख्ती दिखाई गई। बिना कारण परिसर में घूम रहे 05 व्यक्तियों से पूछताछ की गई, जिनके जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर उन्हें स्थानीय थाना भेज दिया गया। इसके अलावा परिसर में अनधिकृत रूप से खड़े वाहनों को जब्त कर थाना भेजने की कार्रवाई की गई।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के क्रम में यह भी पाया कि जीविका से जुड़े सफाईकर्मी एवं सुलभ शौचालय सफाईकर्मी निर्धारित ड्रेस कोड में नहीं थे। इस पर उन्होंने सभी कर्मियों को निर्धारित वेशभूषा और पहचान पत्र (ID कार्ड) के साथ ड्यूटी पर रहने का सख्त निर्देश दिया।
बाहरी गाड़ियों एवं निजी एम्बुलेंस के अनधिकृत पार्किंग पर भी रोक लगाने का आदेश दिया गया। साथ ही इमरजेंसी वार्ड में मरीज के साथ केवल एक ही व्यक्ति को रहने की अनुमति देने की बात कही गई। सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए "रोको-टोको अभियान" चलाने का निर्देश भी सुरक्षाकर्मियों को दिया गया। प्रत्येक आगंतुक से अस्पताल में आने का कारण पूछे जाने और संतोषजनक उत्तर मिलने पर ही प्रवेश की अनुमति देने का निर्देश भी जारी किया गया।
निरीक्षण के दौरान डॉ. ललन कुमार ठाकुर (सिविल सर्जन, सुपौल), डॉ. नूतन वर्मा (उपाधीक्षक), जिला कार्यक्रम समन्वयक, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी, जिला लेखा प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ABDM भी उपस्थित रहे।
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