सुपौल। देश की अखंडता, स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों की शहादत को याद करते हुए शनिवार को नगर क्षेत्र स्थित होटल विरोध विहार में कारगिल विजय दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज कुमार पाठक ने की, जबकि मंच संचालन अभय कुमार जैन ने किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मंचासीन अतिथियों को पुष्पगुच्छ और पारंपरिक पाग पहनाकर सम्मानित करने के साथ हुई। इसके बाद कारगिल युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए कैप्टन मनोज कुमार पांडेय, मेजर विवेक गुप्ता, कैप्टन विजयंत थापर, मेजर विक्रम बत्रा, कैप्टन अमोल कालिया समेत अन्य शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
वक्ताओं ने कारगिल युद्ध के वीर जवानों के अदम्य साहस और शौर्य की गाथा सुनाते हुए उन्हें नमन किया। इस दौरान राघवेंद्र झा, मिथिलेश झा, आशुतोष झा, नरेन्द्र ऋषिदेव, राम कुमार राय, शालीग्राम पाण्डेय, अनुरंजन झा, महामाया चौधरी, बालेश्वर सिंह, इंद्रमणि मिश्रा, कमल सिंह, गोपाल आचार्य समेत कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
मंत्री नीरज कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल विजय दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि मातृभूमि की रक्षा के लिए जान न्योछावर करने वाले वीरों की अमर गाथा है। आज मिथिला समाज द्वारा आयोजित यह आयोजन अनुकरणीय है। जब भी कोई सैनिक शहीद होता है, तो पूरा देश गर्व और श्रद्धा से उसका स्मरण करता है। भारतीय सेना आज पहले से अधिक सशक्त है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी ने मजबूत किया है। आज की सेना दुश्मन को करारा जवाब देने में सक्षम है।
उन्होंने पाकिस्तान पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा षड्यंत्र करता है, लेकिन हमारी सेना ने हर बार उसकी साजिश को नाकाम किया है। आज भारतीय सेना की पहचान जात-पात से नहीं, बल्कि एकता और राष्ट्रभक्ति से है। ऑपरेशन कारगिल से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक, भारतीय सेना की वीरता ने विश्व में मिसाल कायम की है।
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