सुपौल। जिलाधिकारी सावन कुमार ने मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिपरा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी रूम की स्थिति अत्यंत अव्यवस्थित पाई गई। कमरे में सामान बिखरे हुए थे तथा यत्र-तत्र पान और गुटखा की पीक पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए आउटसोर्सिंग एजेंसी को अस्पताल परिसर साफ-सुथरा रखने का कड़ा निर्देश दिया। साथ ही कार्यरत आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता के भुगतान से 70 प्रतिशत राशि की कटौती कर भुगतान करने का आदेश सिविल सर्जन सुपौल को दिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ओपीडी कक्ष, दवा काउंटर, मुख्य दवा भंडार एवं टीकाकरण कक्ष की भी जांच की। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिपरा अनुपस्थित पाए गए। दवाओं को व्यवस्थित रखने के लिए जिलाधिकारी ने लकड़ी के दराज बनवाने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के क्रम में ड्यूटी पर तैनात एएनएम को बिना ड्रेस के पाया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी एएनएम ड्यूटी के दौरान निर्धारित ड्रेस में ही उपस्थित रहें।
जिलाधिकारी के इस सख्त रुख से स्वास्थ्य केन्द्र के कर्मियों में हड़कंप मच गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस कार्रवाई से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
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