सुपौल। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर सदर प्रखंड स्थित बुनियाद केन्द्र, सुपौल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी सावन कुमार ने की। इस दौरान 50 से अधिक दिव्यांगजन उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार सरकार दिव्यांगजनों के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित कर रही है। हाल ही में दिव्यांगजनों को दी जाने वाली मासिक पेंशन राशि बढ़ाकर ₹1100 कर दी गई है। वहीं मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल के लिए पात्रता सीमा को 60 प्रतिशत दिव्यांगता से घटाकर 40 प्रतिशत किया गया है, जिससे अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत दिव्यांग व्यक्तियों को विवाह की स्थिति में ₹1 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाती है। साथ ही दिव्यांगता प्रमाणीकरण में भी संबंधित विभागों द्वारा हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। सहायक उपकरण जैसे कान की मशीन, वैशाखी, कृत्रिम पैर आदि उपलब्ध कराने हेतु समय-समय पर विशेष शिविर और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना एवं उनके अधिकारों की रक्षा करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
कार्यक्रम के दौरान पाँच दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड साइकिल दी गई तथा सभी उपस्थित दिव्यांगजनों को शॉल और जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कंबल वितरित किए गए। कार्यक्रम में सहायक निदेशक (दिव्यांगजन सशक्तिकरण), जीविका के डीपीएम, बुनियाद केन्द्र के डीपीएम सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
कार्यक्रम के उपरांत वृहद आश्रय गृह, सुपौल में आवासित दिव्यांग बच्चों के लिए खेल-कूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को मोमेंटो एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और सम्मान के प्रति सुपौल जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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