सुपौल। नगर परिषद क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए कचरा डंपिंग के लिए उपयुक्त भूमि का चयन कर लिया गया है। सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी होने के बाद आगामी सात दिनों के भीतर डंपिंग कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को नगर परिषद के सभागार में आयोजित साधारण बोर्ड की बैठक में मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा ने दी।
मुख्य पार्षद की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शहर के समग्र विकास, स्वच्छता, यातायात सुधार और राजस्व वृद्धि से जुड़े सात महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर गहन चर्चा के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए। बैठक का उद्देश्य नगर क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं का समाधान करते हुए नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना रहा।
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा ने कहा कि नगर परिषद की प्राथमिकता सुपौल को एक स्वच्छ, सुंदर और सुव्यवस्थित शहर के रूप में विकसित करना है। इसी उद्देश्य से यह बैठक बुलाई गई, ताकि विकास से जुड़े जरूरी निर्णय लेकर उन्हें समयबद्ध तरीके से लागू किया जा सके।
नगर परिषद की आय बढ़ाने और व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से होल्डिंग टैक्स से जुड़े नियमों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि होल्डिंग टैक्स की प्रक्रिया को अधिक स्पष्ट और पारदर्शी बनाया जाएगा, जिससे परिषद के राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ अवैध होल्डिंग्स पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो सकेगा।
बैठक में शहर की बढ़ती जाम की समस्या को भी गंभीरता से उठाया गया। इस पर विचार-विमर्श के बाद प्रमुख चौक-चौराहों पर यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने, नो-पार्किंग जोन को स्पष्ट रूप से चिन्हित करने, ट्रैफिक पुलिस के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने तथा अतिक्रमण हटाने के लिए चरणबद्ध कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। बोर्ड सदस्यों ने माना कि यातायात व्यवस्था में सुधार के बिना शहर की रफ्तार और नागरिकों की सुविधा दोनों प्रभावित होती हैं।
स्वच्छता और कचरा प्रबंधन को लेकर भी अहम फैसले लिए गए। मुख्य पार्षद ने बताया कि कचरा डंपिंग के लिए चयनित भूमि पर जल्द ही कार्य शुरू होने से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा नगर के प्रमुख चौक-चौराहों और शहर के प्रवेश द्वारों के सौंदर्यीकरण पर भी सहमति बनी। इन स्थानों पर बेहतर लाइटिंग, हरियाली, साज-सज्जा और यातायात संकेतक लगाए जाएंगे, जिससे शहर की पहचान और आकर्षण में वृद्धि होगी।
बैठक में सफाई व्यवस्था को और मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया गया। नियमित निगरानी, सफाई कर्मियों की जवाबदेही तय करने और आम नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया गया। बैठक में कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह, उप मुख्य पार्षद राजिया प्रवीण, स्वच्छता पदाधिकारी शालू सिंह, नगर प्रबंधक निशा प्रवीण, उच्च वर्गीय लिपिक असजद आलम सहित सभी पार्षद उपस्थित रहे। अंत में मुख्य पार्षद ने भरोसा दिलाया कि बैठक में लिए गए सभी निर्णयों को तय समय-सीमा के भीतर धरातल पर उतारा जाएगा, ताकि सुपौल को एक स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित शहर के रूप में विकसित किया जा सके।

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