सुपौल। तेरापंथ धर्मसंघ के 11 वें आचार्य महाश्रमणजी के विद्वान शिष्य मुनि डॉ ज्ञानेन्द्र कुमार एवं मुनि सुबोध कुमार का जैन धर्मावलंबी महिला पुरूष और बच्चों ने भव्य स्वागत किया। मुनि द्वय 12 किलोमीटर पैदल यात्रा कर बुधवार को प्रतापगंज पहुंचे। पैदल यात्रा में छातापुर जैन समाज के भाई बहने भी साथ चल रही थी। प्रतापगंज जैन समाज की महिलाएं पुरुष और स्कूली बच्चों ने प्रखंड क्षेत्र में प्रवेश करते ही परसा बीरवल गांव से उनके साथ हुए। नगर प्रवेश कर पारख जैन धर्मशाला तक पहुंचाया। जहां मुनि श्री ने धर्मशाला व्यवस्थापक मानमल पारख और हीरालाल सेठिया से अनुमति ले प्रवास स्थल में प्रवेश किया। इस मौके पर मुनि ने कहा कि जैन धर्म की अपनी मर्यादा है। सभी भाई बहनों को अपने घर्म की मर्यादा को बरकरार रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरू बिना ज्ञान संभव नहीं है। साथ हीं उन्होंने कहा कि सात दिवसीय प्रवास में आप हमसे धर्म की मर्यादा और विधान का ज्ञान लेकर लाभ ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन प्रवचन का कार्यक्रम सुबह 9।30 से 10।30 तक और संध्या समय 6।50 से अधिकतम 8 बजे रात्रि तक होगा। आप अधिक से अधिक संख्या में प्रवचन में भाग लें। दिन के 2 बजे से 3 बजे तक अतिरिक्त सेवा का समय भी दिया गया है। इस मौके पर अध्यक्ष सहित सभी जैनधर्मावलम्बी महिला पुरूष बच्चे सहित वीरगंज नेपाल, छातापुर, रानीपतरा आदि के श्रावक मौजूद थे।
प्रतापगंज : तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें आचार्य पहुंचे प्रतापगंज, जैन धर्मावलंबियों ने किया जोरदार स्वागत
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)

कोई टिप्पणी नहीं