सुपौल। पुरानी पेंशन बहाली, संविदा आउटसोर्स मौसमी दैनिक वेतन भोगी कर्मियों की सेवा नियमित करने सहित लंबित ग्यारह सूत्री मांगों की पूर्ति हेतु महासंघ (गोपगुट) के राज्य कमेटी के आह्वान पर शुक्रवार को राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला शाखा द्वारा समाहरणालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया गया। साथ ही पांच सदस्यीय कमेटी ने मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। विरोध-प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना था कि राज्य के कर्मचारी शिक्षकों के ज्वलंत एवं लंबित मांग यथा एनपीएस की समाप्ति, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, केंद्र के अनुरूप मकान किराया भत्ता में वृद्धि करने, सभी कर्मियों को परिवहन भत्ता स्वीकृत करने, सभी संविदा कर्मियों की सेवा स्थायी करने, नियोजित शिक्षकों को बिना परीक्षा लिए हुए राज्यकर्मी का दर्जा, समान काम के लिए समान वेतन देने, पशुपालन विभाग में कार्यरत टीकाकर्मी एवं पशु मैत्री की सेवा स्थायी करने, कमांड कर्मियों को 1 जनवरी 2016 से पुनरीक्षित वेतनमान एवं एमएसीपी का लाभ देने सहित सभी लंबित 11 सूत्री मांगो शामिल है। धरना को संबोधित करते वक्ताओं ने कहा कि महासंघ (गोपगुट) द्वारा समय-समय पर विभिन्न माध्यमों से अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया जाता रहा है। लेकिन उक्त मांगों की पूर्ति अभी तक नहीं की जा सकी है। जिस कारण महासंघ (गोपगुट) के राज्य सामान्य परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में कर्मचारी-शिक्षकों की ज्वलंत मांगों की पूर्ति हेतु यह प्रदर्शन किया गया। धरना में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट के राज्य सलाहकार माधव प्रसाद सिंह, जिला सचिव बिनोद कुमार, सम्मानित सचिव किशोर कुमार पाठक, राजू कुमार राउत, संजीव कुमार गोस्वामी, सरोज कुमार, उषा सिन्हा, सुजाता कुमारी, जयन्ती देवी सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।
11 सूत्री मांगों के समर्थन में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ से जुड़े कर्मियों ने समाहरणालय द्वार पर किया प्रदर्शन
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