सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित बाबा रामदास ठाकुरबाडी सह शनि मंदिर परिसर में 15 से 23 अप्रैल तक चलने वाले नौ दिवसीय संगीतमय झांकी के साथ श्रीरा...

सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित बाबा रामदास ठाकुरबाडी सह शनि मंदिर परिसर में 15 से 23 अप्रैल तक चलने वाले नौ दिवसीय संगीतमय झांकी के साथ श्रीराम कथा का शुभारंभ व्यासपीठ का पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर नगर परिषद सुपौल के मुख्य पार्षद राघवेन्द्र झा राघव ने किया। मौके पर वार्ड पार्षद मणीष कुमार सिंह, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि बैद्यनाथ चौधरी, बद्री ठाकुर, मेला मंत्री नलिन जायसवाल, संयुक्त सचिव अभिषेक गुप्ता मौजूद थे। मुख्य पार्षद श्री राघव ने कहा कि इस तरह का आयोजन जगह-जगह होते रहना चाहिए। श्रीराम कथा का आयोजन से समाज रामराज्य के स्थापना की ओर बढ़ेगा, समाज संगठित होगा और यहां कार्यक्रम हो रहा है, जो सराहनीय है। मुख्य व्यास रामऊद्गार जी महाराज ने ग्रंथ महिमा एवं नाम महिमा पर विशेष चर्चा किया। कहा कि रामचरितमानस मनुष्य के जीवन पर ही आधारित पांच तत्वों से निर्मित है। चौपाई क्षिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम शरीरा।। भावार्थ :- मनुष्य का शरीर भी पांच तत्व से निर्मित है धरती, जल, अग्नि, आकाश, वायु ठीक रामचरितमानस भी पांच तत्वों से निर्मित है। श्लोक, छंद, दोहा, सोरठा, चौपाई। इसलिए व्यास जी ने बताया कि कलयुग में संसार रूपी भवसागर से पार उतरने के लिए रामचरितमानस को जीवन में धारण करना ही पड़ेगा।

कथा में सचिव अमित कुमार बौआ कामत, उपाध्यक्ष अरूण चौधरी, रामकुमार चौधरी, रामाधीन ठाकुर, योगमाया देवी, डॉ राजा सिंह, डॉ विश्व भूषण भारती, सुशील कुमार, रामाधार कुमार, प्रदीप कुमार आर्य, ललन कुमार आदि मौजूद थे।
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