सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित रामदास ठाकुरबाड़ी सह शनिदेव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीराम कथा के चौथे दिन प्राणोच्चार के साथ श्रीराम कथा प्रारंभ हुआ। दीप प्रज्वलन तथा व्यास पीठ पूजन समाजसेवी सह मेला समिति के उपाध्यक्ष अरुण चौधरी के द्वारा किया गया। व्यास जी द्वारा अरूण चौधरी को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। श्रीराम कथा में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। व्यास बहनों द्वारा अत्यंत मनमोहक झांकियां प्रस्तुत किया गया। व्यास श्री रामउद्गार जी ने अपने मुखार्विंद से भगवान श्रीराम जी के चरित्र का व्याख्यान किया। कहा कि यज्ञ रक्षा में विश्वामित्र मुनि द्वारा राम लक्ष्मण को अयोध्या से राजा दशरथ जी से मांग कर जंगलों में रक्षा हेतु ताड़का वध किस तरह से किया एवं खींचे सुबाहु का वध किस प्रकार किया, जैसे उन राक्षसों द्वारा महात्माओं को परेशान करना एवं मनुष्य को जिंदा खा जाना, जिसके कारण महात्माओं द्वारा यज्ञ नहीं हो पा रहा था। जिसके कारण महात्माओं के चिंता का समाधान हेतु विश्वामित्र मुनि अयोध्या से राम लक्ष्मण को लेकर राक्षसों का नाश कर महात्माओं को भय मुक्त किया। विश्वामित्र जी के साथ आगे की ओर चल पड़े। कथा में अमित कुमार, संजीव झा, डॉ राजा, रामकुमार चौधरी, अरूण चौधरी, रंजीत सिंह, गोविंद अग्रवाल, नलिन जायसवाल, रामाधीन ठाकुर, जगन्नाथ चौधरी, हीरालाल कामत, अभिषेक गुप्ता, संजीव कुमार सिंह, रणधीर चौधरी, सुरेश चौधरी, व्यास कथाकार अंजलि दीदी, संगीता दीदी, सुचित्रा दीदी, सुनीता दीदी, प्रीति दीदी, उषा दीदी, अर्चना दीदी, गुड़िया दीदी, रमन शरण दास, ज्ञान सागर, अजय, रामकुमार, रामाधार सहित एकल अभियान के कई कार्यकर्ता उपस्थित हुए।
रामदास ठाकुरबाड़ी में आयोजित कथा के दौरान भगवान श्रीराम जी के चरित्र का किया व्याख्यान
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