सुपौल। कोसी-मेची अंत: राज्यीय परियोजना के कार्यान्वयन की मांग को लेकर सुपौल लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह जदयू संसदीय दल के नेता दिलेश्वर कामैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र सौंपा है। उनके साथ बिहार के सभी जदयू सांसद मौजूद थे। दिये पत्र में सांसद श्री कामैत ने कहा है कि बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों के कोशी नदी में प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ की वजह से भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे जान माल का काफी नुकसान होता है। साथ ही आम जनता में विभिन्न जानलेवा व घातक संक्रमण भी तेज गति से फैलता है। राष्ट्रीय परिपेक्ष्य योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण के तहत हिमालयी घटक के अंतर्गत 14 नदियों के परस्पर जोड़ हेतु पहचान की गयी है। जिसमें नदियों के इंटर लिकिंग की परियोजनाओं में से एक कोसी-मेची लिंक पीएफआर पूर्ण कर लिया गया है। भारत सरकार के जलशक्ति मंत्रालय मंत्री की अध्यक्षता में विगत 14 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण की 37वीं वार्षिक सामान्य बैठक एवं नदी जोड़ योजना हेतु गठित विशेष समिति की 21वीं बैठक में बिहार राज्य महत्वकांक्षी कोसी-मेची अंत:राज्यीय परियोजना के फंडिंग पैटर्न पर चर्चा हुई थी। लेकिन अभी तक उक्त परियोजना के कार्यान्वयन हेतु कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है। जनहित में उक्त केंद्रीय परियोजना के कार्यान्वयन हेतु कुल लागत राशि 90 प्रतिशत केंद्रांश एवं 10 प्रतिशत राज्यांश के फंडिंग पैटर्न पर स्वीकृति की मांग की है। श्री कामैत ने बताया कि इस योजना की मंजूरी का पीएम ने आश्वासन दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल कर सुपौल के सांसद दिलेश्वर कामैत ने की कोसी-मेची परियोजना कार्यान्वयन की मांग
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