- सरकारी नौकरी, राजनीति में आरक्षण व विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की मांग
अररिया। ऑल इंडिया शाह साई कम्युनिटी ऑर्गनाइजेशन ने रविवार को टाउन हॉल अररिया में अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर बैठक की। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शाह बिरादरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो असीर उद्दीन शाह शामिल हुए। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मो असीर उद्दीन ने बताया कि शाह बिरादरी के लोग आजादी के 70 साल बाद भी विकास की मुख्यधारा से अलग है। किसी भी सरकार और राजनीतिक दल के लोगों ने इस बिरादरी के विकास के लिए ईमानदारी से काम नहीं किया। सभी ने सिर्फ वोट के रूप में इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि शाह साई जाति में उप जाति के रूप में साई, फकीर, मदारी, छपरबंद और दीवान आदि जाति शामिल हैं। जिनका आज तक विकास नहीं हो पाया है। अपनी उपेक्षा और अनदेखी और सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल से नाराज इस बिरादरी के लोग काफी आक्रोश में हैं।
विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ी है शाह जाति के लोग
उन्होंने बताया कि बिहार में शाह जाति और इसके अंतर्गत आने वाले सभी उपजाति बिहार के अन्य जिलों में निवास करती है। बिहार में इस जाति की आबादी लगभग छह लाख है। ये जाति दरअसल हजरत वदिउद्दीन अहमद शाह और जिंदा शाह मदार के अनुयायी रहे हैं। देश की आज़ादी में इस बिरादरी की भूमिका अहम रही है। बावजूद आज भी ये जाति विकास की मुख्य धारा से नहीं जुट पाया है। असीर उद्दीन ने बताया कि यह बिरादरी आर्थिक, सामाजिक व शैक्षणिक दृष्टिकोण से काफी पिछड़ा है।
विभिन्न मांगों को लेकर सीएम को सौंपा जायेगा ज्ञापन
मौके पर शाह बिरादरी के जिलाध्यक्ष सह चिरह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि व जोकीहाट मुखिया संघ के अध्यक्ष मो शाहिद आलम ने बताया कि अपनी विभिन्न समस्या और मांगों का ज्ञापन डीएम के माध्यम से मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को देंगे। उन्होंने बताया की हमारी मुख्य मांगों में सरकारी नौकरी में प्राथमिकता, शिक्षा से जोड़ने, सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार, संवैधानिक संस्थाओं और राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने जैसे मांग शामिल है। मौके पर पूर्व सरपंच इश्तियाक आलम के अलावा शाह साई बिरादरी के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।
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