सुपौल। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित सेंट जेवियर्स हाई स्कूल परिसर में घरेलू हिंसा विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यालय के कुल एक सौ छात्र-छात्राओं ने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया। तत्पश्चात, प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने हेतु जिला विधिक प्राधिकार के सचिव हेमंत कुमार व विद्यालय प्रबंधक राहुल आंनद के सौजन्य से पुरस्कृत किया गया। कार्यकम का आरंभ विद्यालय प्राचार्य सर्वेश कुमार तिवारी द्वारा अतिथियों का सम्मान स्वागत वक्तव्य एवं पुष्प गुच्छ प्रदान करते हुए किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा कि घरेलू हिंसा आज सबसे बड़ा सामाजिक अपराध का स्वरूप लेता जा रहा है। इसका निवारण करने के पश्चात ही हम समृद्ध परिवार और समाज की परिकल्पना कर सकते हैं।
मुख्य अतिथि जिला विधिक प्राधिकार के सचिव श्री कुमार ने घरेलू हिंसा के सबसे आम कारणों में से एक अशिक्षा और पुरुषों पर आर्थिक निर्भरता बताते हुए छात्रों को आत्मनिर्भर होने का संदेश दिया गया। भरत कुमार झा ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि घरेलू हिंसा के संकेतों को पहचानना आवश्यक है। अगर यह हिंसा आपके आस-पास या आपके साथ हो रही है तो दुर्व्यवहार करने वाले को चिह्नित करना बहुत ही ज़रूरी है। विद्यालय प्रबंधक राहुल आनंद ने कहा कि पुरुषों को महिलाओं के खिलाफ रखने के स्थान पर पुरुषों को इस समाधान का भाग बनाया जाए। ताकि एक स्वस्थ एवं समरस वातावरण का निर्माण करते हुए आदर्श परिवार और समाज का पुनर्निर्माण किया जा सके। विद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर विश्वासचन्द्र मिश्रा ने अंत में समारोह में उपस्थिति सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि घरेलू हिंसा के सभी पीड़ित आक्रामक नहीं होते हैं। हम उन्हें एक बेहतर वातावरण उपलब्ध करा कर घरेलू हिंसा के मानसिक विकार से बाहर निकाल सकते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में विधिक प्राधिकरण के सम्मानित सदस्यों एवं विद्यालय के शिक्षक सह शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की भूमिका सराहनीय रही।
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