सुपौल। नवरात्रि के छठे दिन बुधवार को मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा-अर्चना की गई। विभिन्न पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं ने सुबह से शाम तक माता की पूजा-अर्चना में लीन दिखे।विधि-विधान के अनुसार संध्या में माता के बेलन्योति का रस्म अदा किया गया। विभिन्न पूजा समितियों ने गाजे-बाजे के साथ शोभा यात्रा निकालकर बेल वृक्ष के पास पहुंचकर मां दुर्गा के आने का आह्वान किया।
मां कात्यायनी की पूजा करने से मिलती है मोक्ष, शास्त्रों में देवी कात्यायनी के स्वरूप का वर्णन करते हुए लिखा गया है कि वे चार भुजाधारी हैं। माता एक हाथ में तलवार, दूसरे में पुष्प, तीसरा हाथ अभय मुद्रा में है। चौथा वर मुद्रा में है। नवरात्रि की षष्ठी तिथि को मां दुर्गा के आह्वान के लिए बेल निमंत्रण पूजा की जाती है। भक्तजन माता की पूजा पूरे पर्व के दौरान पूरी आस्था और विश्वास के साथ करते हैं।
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