सुपौल। पिपरा के प्रखंड मुख्यालय गेट के सामने एनएच 106 पर सोमवार को विभिन्न मौजा के रैयतों ने भू-सर्वे कार्य में व्यापक गड़बड़ी किए जाने को लेकर विशाल धरना-प्रदर्शन किया। रैयतों ने सर्वे में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
रैयतों का आरोप है कि सर्वे बाद अब जब पर्चा बांटा जा रहा है तो इसमें कई तरह की खामियां हैं। एक तो किसी रैयत की सभी जमीन का पर्चा नहीं है, अगर है भी तो पर्चे में नाम किसी का है तो जमीन का ब्यौरा किसी दूसरे का दर्ज है। रैयतों का कहना है कि आफिस में बैठकर किए गए सर्वे का ही नतीजा है कि लोगों को अपने पुश्तैनी जमीन के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाना पड़ रहा है और इसमें कार्यरत कर्मी मालामाल हो रहे हैं।
धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि सीओ, हल्का कर्मचारी व सर्वे कर्मी पर एक खेसरा को सुधार करने का एक से 3 हजार रुपए तक की मांग की जाती है, नहीं देने पर गलत पर्चा निर्गत कर दिया जाता है। वक्ताओं ने सर्वे कार्य में कार्यरत सभी कर्मी को भ्रष्ट बताया, जो कभी भी किसी रैयत के प्लांट पर गये बगैर खानापूर्ति पर्चा बांट रहे हैं।
रैयतों ने सरकार से सर्वे कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए सीओ सहित अन्य वरीय कर्मियों को रैयतों के मार्गदर्शन हेतु क्षेत्र भ्रमण कर रैयतों से उचित कागजात की मांग कर मामले का निष्पादन करना चाहिए।
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