सुपौल। त्रिवेणीगंज प्रखंड मुख्यालय के डेढ़ सौ वर्ष पुराने कैथोलिक लतौना मिशन चर्च में बुधवार को क्रिसमस का पर्व बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। मंगलवार की रात जैसे ही घड़ी की सुइयां 12 पर पहुंचीं, ईसाई समाज के लोगों ने गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना और आराधना शुरू की। चर्च में यीशु मसीह के जन्मदिवस का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए।
चर्च परिसर को रंग-बिरंगी रोशनी, चरनी और क्रिसमस ट्री से सजाया गया था। माता मरियम की मूर्ति और गोशाला आकर्षण का केंद्र बने। बच्चों ने सांता क्लॉज के रूप में उपस्थित होकर सभी का मन मोह लिया। चर्च के बाहर मेले का आयोजन भी किया गया, जहां बच्चों और बड़ों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु यीशु को याद करते हुए केक काटने से हुई। लोगों ने एक-दूसरे को केक खिलाकर क्रिसमस की बधाइयां दीं। कैरोल गीतों की मधुर ध्वनि से चर्च का वातावरण भक्तिमय हो गया।
ईसाई समुदाय के लोगों ने अपने घरों और चर्च को आकर्षक झालरों से सजाया। त्योहार के मद्देनजर चर्च परिसर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। पुलिस बल और दंडाधिकारी की तैनाती की गई, ताकि मेले में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
चर्च के फादर डेविड एलियास ने कहा कि मनुष्य और ईश्वर के बीच के संबंध मानव के पापों के कारण टूट गए हैं। उन्होंने लोगों को प्रभु यीशु के बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया।
चर्च में दिनभर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता रहा। लोगों ने एक-दूसरे को बधाई देने के साथ-साथ अपने रिश्तेदारों और मित्रों को फोन पर शुभकामनाएं दीं। क्रिसमस के इस अवसर पर चर्च में उमड़ा उत्साह और भक्ति का माहौल क्षेत्र के लोगों के लिए लंबे समय तक यादगार रहेगा।
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