सुपौल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को बीएसएस कॉलेज, सुपौल के प्रभारी प्राचार्य को एक आवेदन सौंपते हुए छात्रहित से जुड़ी समस्याओं पर गंभीर चिंता जताई। साथ ही 7 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि अगर इन मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो परिषद को उग्र आंदोलन करना पड़ेगा।
हेंडबुक फीस के नाम पर हर सेमेस्टर में की जा रही अवैध वसूली को बंद किया जाए।छात्र संघ, मैगजीन, बिजली, मेडिकल, लैब, पार्किंग आदि के नाम पर भी छात्रों से अनुचित शुल्क लिया जा रहा है, जिसे अविलंब रोका जाए।पुस्तकालय वर्षों से बंद पड़ा है, जिससे छात्रों को पढ़ाई में काफी दिक्कतें हो रही हैं। पुस्तकालय को तत्काल चालू किया जाए।कॉलेज में पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं है। बार-बार ध्यान दिलाने के बावजूद प्रशासन ने इस ओर कोई पहल नहीं की है।कॉमन रूम फीस के नाम पर भी छात्रों से अवैध वसूली की जा रही है, जबकि सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि प्रशासन छात्रहित में सकारात्मक कदम नहीं उठाता है, तो परिषद को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा, जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर अभाविप के जिला संयोजक रंजीत झा, प्रांत संयोजक शिवजी कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेश कुमार, मनीषा कुमारी, खुशी कुमारी, कीर्तिका भार्गव, संजीवनी भारती, बुसरा प्रवीण, सादिया प्रवीण, निगार अंजुम, निशात अंजुम, निकहत परवीन, अजमत परवीन, रीतिक, राजू कुमार, पंकज कुमार, अजय कुमार, कौशल कुमार, राजदीप कुमार सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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