सुपौल। बीएसएस कॉलेज में बुधवार को विश्वविख्यात कवि, दार्शनिक एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने की।
डॉ. सिंह ने अपने संबोधन में टैगोर की अमर काव्य रचना गीतांजलि पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि यह कृति भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर है, जिसमें मानवता, प्रेम और आध्यात्मिकता का गहन संदेश निहित है। उन्होंने विद्यार्थियों से टैगोर के जीवन मूल्यों को आत्मसात करने की अपील की।
हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. सुजीत कुमार वत्स ने टैगोर को भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता के रूप में याद किया और उनके साहित्यिक योगदानों की सराहना करते हुए कहा कि टैगोर का रचना संसार आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना अपने समय में था।
इस मौके पर कॉलेज के सभी शिक्षकगण, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। सभी ने टैगोर की शिक्षाओं और विचारों को जीवन में उतारने का संकल्प लिया और कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कोई टिप्पणी नहीं