सुपौल। बसंतपुर प्रखंड के भगवानपुर पंचायत के शिवनगर स्थित देशरत्न एकेडमी, समदा के प्रांगण में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर तथागत गौतम बुद्ध की जयंती बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में भगवान बुद्ध के अनुयायियों ने उनके चित्रों के समक्ष मोमबत्तियाँ जलाकर उन्हें नमन किया और उनके उपदेशों को स्मरण किया।
इस मौके पर बुद्ध अनुयायी रामचंद्र बौद्ध ने कहा कि गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन राजा शुद्धोधन और माता माया देवी के यहां हुआ था। बचपन में सिद्धार्थ नाम से प्रसिद्ध रहे बुद्ध ने युवावस्था में ज्ञान की खोज में घर छोड़ दिया और अंततः बोधगया में ज्ञान प्राप्त कर बौद्ध धर्म की स्थापना की। उनके उपदेश करुणा, अहिंसा और आत्मबोध पर आधारित हैं, जो आज भी लोगों के जीवन को दिशा देते हैं।
रामचंद्र बौद्ध ने बताया कि बौद्ध धर्म का विस्तार दक्षिण और पूर्वी एशिया के कई देशों तक हुआ है, जिनमें चीन, जापान, म्यांमार, थाईलैंड, वियतनाम और कंबोडिया प्रमुख हैं।
कार्यक्रम में राम लखन भारती बौद्ध, जवाहर विश्वदेव, शैलेंद्र प्रसाद यादव, अरविंद कुमार, अभिषेक आनंद बौद्ध सहित दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने गौतम बुद्ध के जीवन दर्शन को अपनाने और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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